Durg Breaking : डकैती की घटनाओं को अंजाम देने वाला मध्य प्रदेश का भील गिरोह दुर्ग पुलिस गिरफ्त में, 22 दिनों तक मध्य प्रदेश के धार क्षेत्र में किया कैंप, दंपति को बंधक बनाकर 20 लाख की डकैती के दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, आभूषण का खरीदार भी पुलिस की पकड़ में

Durg Breaking : डकैती की घटनाओं को अंजाम देने वाला मध्य प्रदेश का भील गिरोह दुर्ग पुलिस गिरफ्त में, 22 दिनों तक मध्य प्रदेश के धार क्षेत्र में किया कैंप, दंपति को बंधक बनाकर 20 लाख की डकैती के दो आरोपियों को किया गिरफ्तार, आभूषण का खरीदार भी पुलिस की पकड़ में


दुर्ग 29 सितंबर । अंतर्राज्यीय डकैत गिरोह के आरोपी को दुर्ग पुलिस द्वारा मशरूका सहित गिरफ्तार किया गया है। साथ में माल खपाने वाला एजेंट भी दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा है। एसीसीयू टीम व अंजोरा पुलिस की संयुक्त कार्यवाही की है। जुलाई माह में पति – पत्नी को बंधक बनाकर डकैती की घटना को अंजाम दिये थे। करीबन 20 लाख रूपये की सोने चांदी के जेवरात, दो नग घड़ी व 26,000 रूपये नगदी ले उडे थे। लाखों रूपये के सोने चांदी के आभूषण व नगदी बरामद किया गया है। एसीसीयू के डीएसपी स्तर के अधिकारी, व उनकी टीम एंव अंजोरा स्टाफ द्वारा 22 दिनों तक म.प्र. धार के टांडा क्षेत्र में कैप लगाकर डकैतों की पृष्ठभूमि को खंगाल गया । घटना स्थल से प्राप्त सीसीटीव्ही फूटेज ने हुलिये से मिलाया गया डकैतो की कुंडली निकल गई। म.प्र. से बस बदलकर धार से इंदौर, हैदराबाद, रायपुर, बाद होते दुर्ग तक डकैत आए थे। हाईवे रोड में जाने के लिए आटो का उपयोग किया गया । इसके बाद डकैती कर हाईवे से ट्रक द्वारा लिफ्ट लेकर नागपुर भाग गए थे। मामले के खुलासे में त्रिनयन एप की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पांच सौ पचास से भी अधिक सीसीटीव्ही कैमरे के फुटेज देखे गए। पतासाजी के दौरान हजार से भी अधिक मोबाईल नंबरों का विश्लेषण किया गया। आपराधिक भील गिरोह म.प्र. का होने से धार झाबुआ में पताशाजी के लिए पुलिस ने कैंप किया था। घटना के मुख्य आरोपी सहित दो आरोपी धार म.प्र. से गिरफ्तार किए गए हैं। डकैती के सोने चांदी का सौदागर पीपलदल्या धार म.प्र. निवासी भूरसिंह चौहान भी म.प्र. से गिरफ्तार विभिन्न तिथियों में खरीद चुका है करीबन 165 ग्राम सोने चांदी के जेवरात, एवज में पकडे गये आरोपी के गिरोह को कर चुका है। 8,50,000 रूपये का चुकारा। प्रति 12 ग्राम को 52,000 रूपये में खरीदी कर 5000 कमीशन काटकर देता था । अपने आका जैन निवासी इंदोर म.प्र. को सारा माल दिया करता था आका जैन फरार है।


एजेंट भूरसिंह चौहान का पुलिस रिमांड लेकर माल बरामदगी हेतु धार म.प्र. रवाना हो रही दुर्ग पुलिस की टीम। डकैतों के गांव में आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को करनी पड़ी काफी मशक्कत, टांडा थाना क्षेत्र में चोर डकैतों को पकड़ने भारत के विभिन्न राज्यों के पुलिस का जमावड़ा है। दुर्ग रसमडा के अतिरिक्त NSPCI. कालोनी रूआंबांधा दुर्ग एवं खम्हारडीह क्षेत्र रायपुर व पूर्व में कटघोरा, कोरबा में नकबजनी व डकैती की घटना को अंजाम दे चुके हैं।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भिलाई शहर सुखनंदन राठौर ने आज पुलिस नियंत्रण कक्ष में ली गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस चौकी अंजोरा थाना पुलगांव जिला-दुर्ग अपराध कनाक 278/2024 धारा 395 भादवि की प्रार्थी दिलीप मिश्रा पिता स्व.नागेश्वर मिश्रा उम्र 52 साकिन गनियारी रोड दिलीप टिंबर रसमड़ा चौकी अंजोरा द्वारा 8 जून 2024 को रिपोर्ट दर्ज कराया 7 जून के दरमियानी रात्रि घटना स्थल गनियारी रोड रसमड़ा प्रार्थी का मकान दिलीप टिंबर में अज्ञात पांच नकाबपोश आरोपियों द्वारा प्रार्थी के घर का दरवाजा तोड़कर प्रार्थी व उसकी पत्नी को जान से मारने की धमकी देकर उनके हाथ पैर बांधकर आलमारी तोड़कर उसमें रखे करीबन 35 तोला सोने के जेवरात सोने व नगदी रकम लगमग 26.000 रूपये तथा तीन नग घड़ी जुमला कीमती करीबन 20,00,000 रुपये को लूटकर ले जाने की रिपोर्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
उका घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग (नापुसे), पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेन्द्र कुमार शुक्ला (मापुसे) स्वयं घटना स्थल पर जाकर घटना स्थल का निरीक्षण कर आरोपियों की शीघ्र पतासाजी करने के निर्देश प्राप्त हुये थे। निरीक्षक प्रभारी एसीसीयू तापेश्वर नेताम व चौकी प्रभारी अंजोरा उनि रामनारायण सिंह ध्रुव के नेतृत्व में एसीसीयू व चौकी की एक विशेष टीम गठित कर आरोपी पतातलास हेतु लगाया गया था। उक्त टीम के द्वारा घटना का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया घटना स्थल व घटना स्थल के आने जाने वाले मार्गों में लगे सीसीटीव्ही कैमरों का अवलोकन किया गया। जिसमें घटना को घटित करने पांच आरोपियों के फूटेज प्राप्त हुये जिसके आधार पर आरोपियों के आने जाने के मार्गों रूकने के संभावित स्थानों की तकरीबन पांच सौ से अधिक सीसीटीव्ही कैमरों का अवलोकन किया गया सीसीटीव्ही से प्राप्त फूटेज व तरीका वारदात के आधार पर आरोपियों की पहवान आपराधिक भील गिरोह धार झाबुआ म.प्र. के आपराधिक भील गिरोह के रूप में सुनिश्चित हुई किंतु स्पष्ट पहचान नामजद न होने से एक विशेष टीम गठित कर डीएसपी काईम के नेतृत्व में धार झाबुआ क्षेत्र में लगातार 22 दिनों तक कैंप कर सीसीटीव्ही कैमरें फूटेज के आधार पर लगातार पहचान के प्रयास किये जाने के फलस्वरूप मुख्य आरोपी की पहचान भंगू डावर निवासी नरवानी थाना टांडा जिला धार के रूप में हुई जहां थाना टांडा एवं टीम के द्वारा घेराबंदी कर लगातार कई प्रयासों के बाद अंततः भंगू डावर निवासी नरवाली को पकड़ने में सफलता मिली। भंगू डावर से पूछताछ करने पर अपने सांथी दिलीप, गणपत, भाया, अनिल राठौर, अनिल बघेल के साथ मिलकर ग्राम रसमड़ा में डकैती एवं एनएसपीसीएल रूआंबांधा, खम्हारडीह क्षेत्र रायपुर में चोरी करना स्वीकार किये अन्य आरोपियों को पकड़ने का काफी प्रयास किये गये जो सकुनत से फरार मिले। डकैती एवं चोरी से मिले माल को भूरसिंह उर्फ भूरिया ग्राम पीपलदल्या थाना टांडा जिला धार म. प्र को बेचना बताये टीम के द्वारा तत्‌काल पतासाजी कर भूरसिंह उर्फ भूरिया को थाना टांडा क्षेत्र में पकड़ा गया ।जिसके द्वारा माल मशरूका को अपने स्थानीय सोना चांदी के व्यापारी जैन के पास बेचना बताया जिसकी पतातलास जारी है।

उपरोक्त कार्यवाही में डीएसपी काईम हेमप्रकाश नायक, उनि रामनारायण सिंह ध्रुव, सउनि गुप्तेश्वर, प्रआर प्रदीप सिंह, चंद्रशेखर बंजीर, आर. बालमुकुंद साहू अश्वनी यदु, आर बृजमोहन सिहं, ऋषि यादव, सुमन मंडावी म.आर. आरती सिंह की अहम भूमिका रहीं।