*डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव होंगे हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के नये कुलसचिव, डाॅ. देवांगन को दी गयी भावभीनी बिदाई*

*डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव होंगे हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग  के नये कुलसचिव, डाॅ. देवांगन को दी गयी भावभीनी बिदाई*


डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव होंगे हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग  के नये कुलसचिव, डाॅ. देवांगन को दी गयी भावभीनी बिदाई

दुर्ग 25 फरवरी हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के वर्तमान अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव अब विश्वविद्यालय के कुलसचिव का दायित्व भी संभालेंगे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डाॅ. सी.एल. देवांगन के पदोन्न्त होकर क्षेत्रीय अपर संचालक, उच्च शिक्षा विभाग, रायपुर संभाग बनाये जाने के पश्चात् 28 फरवरी को डाॅ. देवांगन कुलसचिव का प्रभार डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव को सौंपेंगे। इस इस आशय का आदेश उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन ने कल ही जारी किया था। विश्वविद्यालय की कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा सहित विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी बिदाई समारोह के अवसर पर उपस्थित थे। कुलपति, डाॅ. पल्टा ने कुलसचिव, डाॅ. देवांगन के कार्यकाल को संतोषप्रद बताते हुए उन्हें सहज, सरल, कुशल एवं सहयोगी शार्क शार्क निरूपित किया। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में अपने तीन  वर्षीय कार्यकाल पर संतोष व्यक्त करते हुए डाॅ. देवांगन ने कुलपति, डाॅ. पल्टा को उनके मार्गदर्शन तथा सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। डाॅ. देवांगन ने विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सहयोग हेतु धन्यवाद दिया।

नवनियुक्त प्रभारी कुलसचिव, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि  कुलपति डाॅ. अरूणा पल्टा के मार्गदर्शन में समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलकर छात्रहित तथा विश्वविद्यालय की प्रगति में हर संभव प्रयास करेंगे। उल्लेखनीय है कि भूगर्भ शास्त्र के प्राध्यापक डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव यूएसइंडिया फुलब्राइट फेलोशिप के अंतर्गत प्रसिद्ध अमरीकी विष्वविद्यालयों में अध्यापन कर चुके हैं। उन्हें काॅमनवेल्थ अकादमिक स्टाॅफ चलो ठीक तथा यूजीसी का पोस्ट डाॅक्टरेट रिसर्च अवॉर्ड प्राप्त हो चुका हैं। बिदाई समारोह में विष्वविद्यालय के उपकुलसचिव, राजेन्द्र चैहान, सहायक कुलसचिव, डाॅ. सुमीत अग्रवाल, हिमांषु शेखर मंडावी, क्रीडा अधिकारी एल.पी. वर्मा तथा एनएसएस समन्वयक, डाॅ. आर.पी. अग्रवाल एवं कर्मचारियों की ओर से डाॅ. भावना पर्वत, योगेष सोनटेके, डाॅ. मंजुषा तिरपुड़े, मनप्रीत कौर ने अपने संस्मरण साझा किये। इस अवसर पर समस्त कर्मचारी भी उपस्थित थें।