विदेशी धरती पर पदक जीतने वाली पहली छत्तीसगढ़िया वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी ने सीनियर वर्ग में मीराबाई चानू को दी टक्कर
रायपुर, 17 जून। छत्तीसगढ़ की वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव हिमाचल प्रदेश के नगरोटा में जारी नेशनल वेटलिफ्टिंग रैंकिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीत कर 49 किलोग्राम भार वर्ग में देश की नंबर वन वेटलिफ्टर बन गई हैं। ज्ञानेश्वरी सीनियर वर्ग में भी मैदान में उतरीं और वहां टोक्यो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट साखोम मीराबाई चानू को टक्कर दी। कल खेले गए मुकाबले में सीनियर वर्ग में ओलिंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। चानू ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में 191 किलो भार उठाया। स्नैच के पहले प्रयास में चानू ने 86 किलो और क्लीन एंड जर्क में 105 किलो भार उठाया। ज्ञानेश्वरी यादव ने इस प्रतियोगिता में रजत पदक पर कब्जा किया वहीं आरएसपीबी की ढिली डालावहरा ने कांस्य पदक जीता है। इसी भार वर्ग में जूनियर वर्ग की स्पर्धा में ज्ञानेश्वरी ने स्वर्ण पदक जीता जबकि मणिपुर की संजू देवी को रजत और तमिलनाडु की रितिका ने कांस्य पदक हासिल किया है। हाल ही में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में ज्ञानेश्वरी यादव ने 164 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक हासिल किया था। ज्ञानेश्वरी ने 1 से 10 मई तक ग्रीस के हेराक्लिओन शहर में आयोजित जूनियर वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चौंपियनशिप में 49 किलो वर्ग के स्नेच, क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में 156 किलोग्राम वजन उठाकर तीन सिल्वर मेडल जीता था। ऐसा करने वाली वे छत्तीसगढ़ की पहली महिला वेटलिफ्टर बन गईं, जिसने विदेशी धरती पर जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल हासिल किया।
गौरतलब हो कि खेलो इंडिया गेम्स के लिए रवाना होने से पहले ज्ञानेश्वरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी। उस दौरान मुख्यमंत्री ने इस उदीयमान खिलाड़ी की उपलब्धियों की प्रशंसा की थी। उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस में उसे एएसआई पद पर नियुक्ति देने की घोषणा भी की थी और खेल की तैयारी के लिए ज्ञानेश्वरी को पांच लाख रुपए की सहायता भी दी। ज्ञानेश्वरी के कोच को भी पांच लाख रुपए की मदद की घोषणा की गई थी।