गणेश उत्सव में गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमा की स्थापना का अवसर मिला श्रद्धालुओं को, दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग ने लगाई प्रदर्शनी

गणेश उत्सव में गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमा की स्थापना का अवसर मिला श्रद्धालुओं को, दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग ने लगाई प्रदर्शनी


गणेश उत्सव में गोबर से निर्मित गणेश प्रतिमा की स्थापना का अवसर मिला श्रद्धालुओं को, दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग ने लगाई प्रदर्शनी

दुर्ग 25 अगस्त । दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के अंतर्गत संचालित कामधेनु एवं पंचगव्य अनुसंधान एवं विस्तार केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा भगवान गणपति जी की विशुद्ध गोबर से निर्मित प्रतिमा का निर्माण किया गया है। गोबर से निर्मित इन प्रतिमाओं की जीवंत प्रदर्शनी का उद्घाटन आज श्रीमती प्रतिमा चंद्राकर विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्य एवं विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा पद्मनाभपुर स्थित पशु चिकित्सालय, दुर्ग में किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.आर.के.सोनवाने, निदेशक पंचगव्य डॉ.के.एम. कोले, निदेशक शिक्षण डॉ.एस.पी.इंगोले, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ.संजय शाक्य, अधिष्ठाता पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा डॉ.एस.के. तिवारी, निदेशकगण, प्राध्यापक/ विभागाध्यक्ष एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे। इन प्रतिमाओं की विशेषता यह है कि यह किसी भी प्रकार की रसायनिक पदार्थो से रहित है।

इस मूर्ति के विभिन्न पहलुओं पर परीक्षण कर इसे जन मान्य के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। यह मूर्ति पूर्ण रुप से शुद्ध देसी गाय के गोबर से निर्मित है तथा पर्यावरण हितैषी है। इस मूर्ति को आप अपने घर में ही किसी टब या बाल्टी में विसर्जित कर सकते हैं। यह 1 घंटे से भी कम समय में पानी में पूर्ण रूप से घुल जाती है। इस पानी से अपने घर के पौधों को सिंचित कर सकते हैं। रासायन मुक्त होने के कारण इससे पौधों को कोई नुकसान भी नहीं होगा। कामधेनु विश्वविद्यालय परिवार इस अनुसंधान से काफी प्रफुल्लित है। कामधेनु एवं पंचगव्य अनुसंधान विस्तार केंद्र के निदेशक डॉ.के.एम.कोले सतत रूप से पंचगव्य के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य करने के लिए उत्साहित रहते हैं और इस अनुसंधान से काफी आशान्वित भी हैं।

यह प्रदर्शनी आम नागरिकों के लिए सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक टीचिंग वेटरनरी क्लीनिकल कंपलेक्स समृद्धि बाजार के बाजू में दुर्ग में लगाई गई है । जो श्रद्धालु इन प्रतिमाओं को इस वर्ष गणेश उत्सव में विराजमान करना चाहते हैं वह इन प्रतिमाओं को प्रदर्शनी स्थल अथवा अंजोरा स्थित कामधेनु पंचगव्य संस्थान में आकर मूर्तियां क्रय कर सकते हैं। प्रदर्शन 25 अगस्त से 30 अगस्त तक रहेगी।