कामधेनु विश्वविद्यालय में भारतीय पशु चिकित्सा परिषद नई दिल्ली का भ्रमण एवं निरीक्षण दूसरा दिन
दुर्ग 22 सितंबर । दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के अंजोरा स्थित पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय में वेटनरी काउंसिल ऑफ इंडिया की त्रिसदस्यीय टीम ने द्वितीय दिवस में महाविद्यालय के टी.व्ही.सी.सी., वेटनरी मेडिसिन, वेटनरी गाइनेकोलॉजी, वेटनरी सर्जरी एवं रेडियोलॉजी, विश्वविद्यालय पुस्तकालय, लेबोरेटरी एनिमल हाउस, पोस्टमार्टम कक्ष, डेरी फार्म, पोल्ट्री फॉर्म, सूअर इकाई, बकरी इकाई, चारा इकाई, छात्रावास आदि विभागों का निरीक्षण किया। निरीक्षण दल के साथ महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.एस.के.तिवारी, निदेशक शिक्षण डॉ.एस.पी.इंगोले,डॉ.आर.पी.तिवारी, विभागाध्यक्ष एवं निदेशक, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सुशोवन रॉय, डॉ.संजय शाक्य, डॉ. दिलीप चौधरी, डॉ.ओ.पी.दीनानी, डॉ.ओसामा कलीम, डॉ.शब्बीर अनंत उपस्थित थे।
इस निरीक्षण दल के अध्यक्ष डॉ.एस.टी. सेल्वन (अधिष्ठाता, कुक्कुट पालन एवं प्रबंधन महाविद्यालय, होसुर तमिलनाडु) टीम के सदस्य डॉ. जी.आर.के.शर्मा (विश्वविद्यालय प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष पशु विस्तार विभाग, तिरुपति) एवं डॉ. रणधीर सिंह सह-प्राध्यापक शल्य चिकित्सा एवं विकिरण विभाग, नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय जबलपुर है। निरीक्षण दल के अध्यक्ष डॉ. एस.टी. सेल्वन एवं अन्य सदस्यों ने विश्वविद्यालय पुस्तकालय में उपलब्ध संसाधनों एवं पाठकों को दी जाने वाली अत्याधुनिक सुविधाओं की सराहना की। निरीक्षण दल ने महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों एवं उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया। वेटनरी काउंसिल ऑफ इंडिया जो कि भारत सरकार के मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत एक संवैधानिक संस्था है, भारत में संचालित पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालयों में वेटनरी काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा निर्धारित मापदंडों का वेटनरी एजुकेशन की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु निरीक्षण कर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करती है। निरीक्षण समिति के टीप एवं अनुशंसा के आधार पर भारतीय पशु चिकित्सा परिषद, नई दिल्ली, पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय को आगामी वर्षो के लिए मान्यता प्रदान करेगी।