COVID-19: 22 देशों में तबाही मचाने वाला वैरिएंट पहुंचा भारत, 10-12 दिन और भी अधिक मुश्किल, WHO ने दी चेतावनी
सीजी न्यूज़ ऑनलाइन डेस्क 15 अप्रैल । भारत में कोरोना के नए मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. नए मामलों की वृद्धि के पीछे कोरोना का आर्कटुरस वैरिएंट (XBB 1.16) माना जा रहा है. यह वैरिएंट कितना खतरनाक है, कितने देशों में फैल चुका है, लक्षण क्या है ? सारे सवालों के जवाब इस खबर पर आगे पढ़ेंगे।
देशभर में कोरोना के मामलों की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है और पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना के 10,158 मामले सामने आए हैं. 7 दिन पहले यानी 6 अप्रैल को कोरोना के 5335 मामले सामने आए थे. यानी कहा जा सकता है कि रोजाना के मामले 7 दिन में लगभग दोगुने हो गए हैं. वहीं बुधवार को 7830, मंगलवार को 5676 और सोमवार को 5880 मामले सामने आए थे. अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है और कुछ राज्यों में फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
कोरोना को लेकर एक चिंता वाली खबर सामने आई है कि एक नया वैरिएंट भारत पहुंचा है और यह काफी खतरनाक है. इस नए वैरिएंट का नाम आर्कटुरस (Arcturus) है जो क्रैकेन वैरिएंट की तुलना में 1.2 गुना अधिक संक्रामक है. आर्कटुरस वैरिएंट क्या है, एक्सपर्ट की क्या राय है, इसके लक्षण, इलाज और बचाव के तरीके क्या हैं? इस बारे में भी जान लीजिए.
क्या है आर्कटुरस वैरिएंट
आर्कटुरस वैरिएंट के बारे में कहा जाता है कि यह ओमिक्रॉन के 600 से अधिक सब वैरिएंट में से एक है. इसे अब तक का सबसे संक्रामक संस्करण माना जा रहा है. ‘आर्कटुरस’ नाम है ओमिक्रॉन सबवेरिएंट XBB.1.16 को दिया गया है. यह क्रैकेन वेरिएंट (XBB.1.5) के समान है. यह वैरिएंट पहली बार जनवरी में पाया गया था.न्यू यॉर्क इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शो के राजेंद्रम राजनारायणन (Rajendram Rajnarayanan) के मुताबिक, आर्कटुरस वैरिएंट कैलिफोर्निया, अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, वाशिंगटन, न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, वर्जीनिया और टेक्सास सहित अमेरिका समते 22 देशों में पाया गया है लेकिन इसके सबसे अधिक मामले इंडिया में पाए गए हैं.
आर्कटुरस के कारण भारत में संक्रमण के मामलों में पिछले महीने के अंदर 13 गुना वृद्धि हुई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है और कुछ ऑफिसर्स के मुताबिक यह वैरिएंट चिंता का विषय हो सकता है.
WHO की कोविड टेक्निकल लीड मारिया वैन केरखोव ने मार्च 2023 के आखिरी में XBB.1.16 वैरिएंट के बारे में कहा था, ‘इस नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में एक अतिरिक्त म्यूटेशन है जो संक्रामकता और बीमारी पैदा करने की क्षमता को बढ़ा सकता है. यह अभी तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है.