छत्तीसगढ़ में 5️⃣5️⃣0️⃣ करोड़ कोल स्कैम में कोर्ट ने स्वीकार किया आरोप पत्र 🛑 भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, रानू साहू समेत 11 लोगों को नोटिस 🛑 कोर्ट में 25 अक्टूबर को होना होगा पेश

<em>छत्तीसगढ़ में 5️⃣5️⃣0️⃣ करोड़ कोल स्कैम में कोर्ट ने स्वीकार किया आरोप पत्र 🛑 भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, रानू साहू समेत 11 लोगों को नोटिस 🛑 कोर्ट में 25 अक्टूबर को होना होगा पेश</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 23 सितंबर। छत्तीसगढ़ में 550 करोड़ के कोल स्कैम केस में रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने आरोप पत्र स्वीकार कर लिया है।
आपको बता दें कि ED के आरोप पत्र में भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, रानू साहू समेत 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इन सभी को कोर्ट ने नोटिस जारी किया है, अब 25 अक्टूबर को मामले की अगली सुनवाई होगी।
गौरतलब हो कि आज रायपुर के स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। जहां 11 आरोपी के खिलाफ कोर्ट में दायर की गई सप्लीमेंट्री प्रॉसीक्यूशन कंप्लेंट को स्वीकार कर लिया गया। साथ ही आरोपियों को न्यायधीश अजय सिंह राजपूत ने नोटिस जारी कर 25 अक्टूबर को पेश होने कहा है क्योंकि केस की अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी।
इससे पूर्व छत्तीसगढ़ कोयला स्कैम मामले में ईडी ने निलंबित आईएएस रानू साहू, निखिल चंद्रकार समेत विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव राय, कांग्रेस नेता आरपी सिंह, विनोद तिवारी, रोशन सिंह, पीयूष साहू, नारायण साहू, मनीष उपाध्याय को आरोपी बनाया है। इनमें आईएएस रानू साहू और निखिल चंद्राकर पहले से ही जेल में हैं। रानू साहू को 22 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। बाकी के 9 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। ईडी ने पिछले साल 540 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का केस दर्ज किया है। कोल परिवहन में प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। इसमें IAS समीर विश्नोई, रानू साहू, खनिज अधिकारी शिव शंकर नाग, संदीप नायक, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी, निखिल चंद्राकार, दीपेश टांक और राजेश चौधरी को गिरफ्तार किया गया है और सभी जेल में है। ईडी के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 550 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। इसमें आईएएस रानू साहू के अलावा आईएएस समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया है। इसके आलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ईडी के जांच के दायरे में है। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेज भी जब्त किया गया है।