खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस बड़ी जीत की ओर अग्रसर, रमन के निर्वाचन जिले में भाजपा की करारी हार, भाजपा खेमे में छाई मायूसी
राजनांदगांव, 16 अप्रैल। खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस बड़ी जीत की ओर अग्रसर है। सुबह 8 बजे से शुरू हुए अब तक के हर राउंड में भाजपा कांग्रेस के सामने पिछड़ गई है। लगातार बढ़त से कांग्रेस की यशोदा वर्मा जीत की ओर कदम बढ़ा रही है। वहीं भाजपा के कोमल जंघेल को करारी हार की ओर बढ़ते दिख रहे हैं। हार के मुहाने में खड़ी भाजपा हर राउंड में लगभग हजार से ज्यादा मतों से पीछे रही। पहले राउंड की गिनती से लेकर 15वें राउंड तक कोमल हजार से ज्यादा वोटों से पिछड़ते रहे। तकरीबन कोमल 14 हजार वोटों से पीछे हो गए। नतीजतन उनकी हार लगभग तय दिख रही है। हार के मुहाने में खड़ी भाजपा के खराब प्रदर्शन को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर जिम्मेदारी के लिहाज से जोड़कर देखा जा रहा है।
राजनांदगांव जिला पूर्व सीएम रमन का निर्वाचन जिला है। ऐसे में हार से उनकी राजनीतिक साख पर असर पड़ना तय है। उन्होंने चुनावी सभाओं में प्रदेश सरकार पर कई संगीन आरोप लगाए थे। इसके अलावा केंद्रीय स्तर के नेताओं ने भी सभाएं की। जिसमें प्रमुख रूप से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते समेत कई राज्यों के विधायक और नेता शामिल थे।
चुनावी नतीजों में कांग्रेस के एकतरफा बढ़ते आंकड़े के पीछे जिला निर्माण का असर माना जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दर्जनों सभाओं से भी कांग्रेस प्रत्याशी की जीत का मार्ग प्रशस्त होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री ने करीब 24 जनसभाएं की। खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा करते मुख्यमंत्री ने तहसील और उपतहसील के अलावा स्वास्थ्य गत ढांचा को मजबूत करते अस्पताल की भी सौगात दी।
खैरागढ़ उपचुनाव में कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे। चुनावी नतीजे आज सुबह 8 बजे के बाद रूझान के तौर पर सामने आने लगे और दोपहर तक भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को कांग्रेस की यशोदा वर्मा 14 हजार वोट से पीछे चल रहे थे। खैरागढ़ के नतीजों को लेकर समूचे जिले में उत्सुकता रही। मतगणना स्थल के बाहर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने हर राउंड के साथ पार्टी के पक्ष में नारे लगाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिंदाबाद का नारा लगाकर जीत का जश्न मनाया। भाजपा खेमे में मायूसी का आलम रहा। पार्टी के आला नेताओं ने नतीजों को भांपते हुए मतगणना स्थल से खुद को दूर कर लिया। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक यशोदा वर्मा का हर राउंड में मिली बढ़त के आधार पर 20 हजार से ज्यादा मतों से विजयी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।