छत्तीसगढ़ के कोरबा में विशालकाय किंग कोबरा देख ग्रामीणों के फूले हाथ पैर, देखें विडियो किस तरह किया गया रैस्क्यू

<em>छत्तीसगढ़ के कोरबा में विशालकाय किंग कोबरा देख ग्रामीणों के फूले हाथ पैर, देखें विडियो किस तरह किया गया रैस्क्यू</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 1 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से 40 किलोमीटर दूर ग्राम छुईढोढा में आज 11 फुट लंबा विशालकाय कोबरा देख ग्रामीणों के हाथ-पैर फूल गए। जब ग्रामीण महुआ बीनने के साथ अपने बाड़ी में काम कर रहे थे तभी विशालकाय किंग कोबरा सांप वहां आ पहुंचा और फन फैलाए बैठ गया। उसे देख सभी अपना काम छोड़ कर भाग खड़े हुए और इसकी जानकारी पूरे गांव में फैल गई। विशालकाय जहरीले सांप को देखने के लिए लोग इकट्ठा होने लगे। इतने बड़े सांप को देख कर गांव वालों ने वन विभाग को सूचना दी और ख़बर मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंचा। वन विभाग के रेस्क्यू टीम ने जितेन्द्र सारथी को इसकी जानकारी दी और मौके पर पहुंच कर आखिरकार 11 फीट लंबे किंग कोबरा को वन विभाग के उच्च अधिकारियों के मौजूदगी में रेस्क्यू किया गया। इसके बाद टीम ने इसे गांव से दूर इसके प्राकृतिक रहवास में छोड़ा है।


आपको बता दें कि किंग कोबरा दुनिया का सबसे लम्बा विषधर सांप माना जाता है, जिसे आमतौर पर नागराज के नाम से जाना जाता हैं। छत्तीसगढ़ में इसे स्थानीय भाषा में पहाड़ चित्ती के नाम से भी जाना जाता है। किंग कोबरा सांप की प्रजाति दक्षिण पूर्व एशिया एवं भारत के कुछ भागों में पाई जाती है। एशिया के सांपों में यह सर्वाधिक खतरनाक सांपों में से एक है, इसकी लंबाई 20 से 21 फुट तक हो सकती है। यह भारत के दक्षिण क्षेत्रों में बहुतायात में पाया जाता है।

वहीं छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा में भी काफी संख्या में मिल रहे हैं जो इस बात को दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ कोरबा जिले का जंगल जैव विविधता के लिए बहुत ही अच्छा है। पिछले कुछ वर्षों में कोरबा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में किंग कोबरा की मौजूदगी दर्ज की गई है। हाल ही में वन विभाग के द्वारा किंग कोबरा का सर्वे कराया गया जिसमें पाया गया की किंग कोबरा बहुत लम्बे समय से कोरबा के जंगल में हैं। कोरबा का जंगल बहुत ही अनुकूल वातावरण प्रदान करता है। काफी लम्बे समय बाद फिर कोरबा में किंग कोबरा दिखाई दिया है।