कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने दिल्ली और पंजाब के CM जल्द आ रहे छत्तीसगढ़ 🟫 दावा- 50 हजार कार्यकर्ताओं के साथ बनेगी रणनीति

<em>कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने दिल्ली और पंजाब के CM जल्द आ रहे छत्तीसगढ़ 🟫 दावा- 50 हजार कार्यकर्ताओं के साथ बनेगी रणनीति</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 21 फरवरी। छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए सभी पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 5 मार्च को छत्तीसगढ़ आएंगे। राजधानी रायपुर में वे 50 हजार से ज्यादा आप कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावी बिगुल फूंकेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान का पहले 19 मार्च को रायपुर आना तय हुआ था लेकिन अब तारीखों में बदलाव करते हुए रायपुर में प्रदेश कार्यकर्ता सम्मेलन 5 मार्च 2023 को होगा। जिसमें दोनों नेता सीधे कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। उनसे मिलकर वे जनता से जुड़े जमीनी हालात पर चर्चा करेंगे। इसके लिए पार्टी के 50 हजार कार्यकर्ता जुटेंगे। इसके बाद चुनाव को लेकर अंतिम रणनीति तैयार होगी। इस कार्यक्रम को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेडी ने बताया कि जिला स्तर के कार्यकर्ता सम्मेलन में बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला। जिसकी सफलता को देखते हुए अब 5 मार्च को प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन होगा।

जिसके लिए अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान का आना तय हुआ है। उनके कार्यक्रम का शेड्यूल अभी जारी नहीं हो पाया है। प्रदेश के लाखों कार्यकर्ताओं को पार्टी के इन नेताओं का इंतजार है।
कोमल हुपेडी ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल की सरकार ने आम लोगों को मुफ्त बिजली (सीमित) और मुफ्त पानी की सुविधा दे रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ में पिछले 4 महीनों में दो बार बिजली के दाम बढ़ा दिए गये हैं। जनता महंगाई की मार से परेशान है। कोमल हुपेडी ने कहा कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी और उनसे ईमानदार सरकार बनाने के लिए सहयोग की मांग करेगी। हमारे प्रदेश के कार्यकर्ता अब 20 हजार गांवों तक पहुंच चुके हैं।
आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में राजनीतिक जमीन की उम्मीद में है। उन्होंने इसके लिए संगठन विस्तार पर भी लगातार बल दिया है। प्रत्येक जिलों में जिला प्रभारी और जिला सचिवों की नियुक्ति की है। साथ ही लोकसभा स्तर पर भी प्रभारी और सचिवों को नियुक्त किया गया है।