करोड़ों का सफाई घोटाला, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई, अब रिकेश सेन करेंगे सत्याग्रह आंदोलन,
गांधीवादी तरीके से शासन प्रशासन को उनकी जिम्मेदारी का अहसास दिलाने सीएम और आयुक्त की कार करेंगे साफ
भिलाई नगर 27 सितंबर। नगर निगम भिलाई में सफाई के नाम पर करोड़ों को घोटाला किया गया है। इस मुद्दे को प्रमुखत: से भिलाई निगम के नेताप्रतिपक्ष रिकेश सेन ने उठाया। प्रशासक और और निगम आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा और कार्रवाई की मांग की। लेकिन करीब 15 दिन बीत जाते के बाद भी ना ही आयुक्त ने पहल की और ना ही प्रशासक ने जांच करवाई। भ्रष्टाचार के इस बड़े मुद्दे पर भी प्रशासन की खामोंसी से नाराज नेताप्रतिपक्ष काफी नाराज है और उन्होंने आज आयुक्त को फिर से ज्ञापन सौंपा और प्रशासन को लिखित में चेतावनी देते हुए कहा कि मामले की सख्ती से जांच तत्काल निगम के दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे अब सत्याग्रह आंदोलन करेंगे।
नेताप्रतिपिक्ष रिकेश सेन ने बताया कि वे गांधीवादी तरके से शासन प्रशासन को उनकी गलती का अहसास दिलाने के साथ उन्हे उनकी जिम्मेदारी का भी याद दिलाएंगे। इसके लिए वे गांधी वादी तरीके से शांति पूर्ण आंदोलन करेंगे। 28 सितंबर को दोपहर 12 बजे आयुक्त नगर पालिक निगम भिलाई और
29 सितंबर से 2 अक्टूबर गांधी जंयती के दिन
तक माननीय मुख्यमंत्री आदरणीय श्री भूपेश बघेल जी गाड़ी साफ कर
सत्याग्रह आंदोलन करेंगे। और मांग की जायेगी की जल्द से जल्द नगर पालिक
निगम मिलाई या नगरीय निकाय विभाग मंत्रालय, छ.ग. शसन रायपुर सफाई ठेके में
भ्रष्टाचार की जांच कमेटी बनाकर जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करें। इसकी सूचना रिकेश सेन ने पुलिस प्रशासन को एवं जिला प्रशासन को भी दे दी है।
आगे रिकेश सेन ने बताया कि नगर पालिक निगम भिलाई के द्वारा शहर को साफ-सुथरा
रखने टैण्डर निकाला गया, जिसमें प्रतिमाह साफ-सफाई रखने हेतु लगभग एक करोड़
90 लाख रुपये का टैण्डर किया गया, जिसमें नेचर ग्रीन नामक कंपनी को टैण्डर दिया
गया। नेचर ग्रीन ऐसी कंपनी है जिसके पास लेबर लायंसेस भी नहीं है न ही श्रम
विभाग छ.ग. से संबंधित कोई भी दस्तावेज इस कंपनी के पास नहीं था। उसके बावजूद
भी कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से नगर पालिक निगम भिलाई को आर्थिक क्षति
पहुंचाने एवं अपने लाभ के लिये संबंधित कंपनी को ठेका दे दिया गया है। इस मामले
को लेकर दैनिक अखबार से जानकारी मिली की श्रम आयुक्त महोदय ने निगम प्रशासन
को पत्र लिखकर तत्काल भुगतान रोकने को कहा है। लेकिन उसके बावजुद निगम
प्रशासन ने श्रम आयुक्त के पत्र को दरकिरार कर लगातार संबंधित कंपनी को भुगतान
किया रहा है।
माननीय महोदय इसके अलावा सफाई कर्मचारियों के पी.एफ., आई.पी.
एड्रेस से संबंधित कई भ्रष्टाचार लगातार किया जा रहा है। लगातार हो रहे सफाई ठेके
में अनियमितता की जा रही है और सफाई के नाम पर मिलाई निगम में भारी भ्रष्टाचार
का खेल खेला जा रहा है। जिससे यह प्रतीत होता है कि कुछ अधिकारी कर्मचारी
मिलकर मिलाई निगम को आर्थिक क्षति पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
महोदय, मेरी मांग आयुक्त महोदय से किया गया की एक जांच कमेटी
बनाकर पूरी सफाई ठेके में किये गये भ्रष्टाचार की जांच कर स्पष्ट किया जाये की
भ्रष्टाचार में दोषी कौन है, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद भी आज दिनांक तक
कोई भी जांच कमेटी नहीं बनायी गई है।