सीजी न्यूज आनलाईन, 10 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर सीएम विष्णु देव साय तक बेटियों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चला रहे हैं, परंतु छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की तहसीलदार मैडम ने बेटियों के प्रदर्शन से नाराज होकर उनको जेल भेजने तक की धमकी दे डाली है।
आपको बता दें कि बिलासपुर जिला के पचपेड़ी में 100 बिस्तरों वाला छात्रावास स्कूल के साथ बनाया गया है जहां रहकर छात्राएं पढ़ाई करती हैं। यहां कि छात्राओं की शिकायत है कि उनको ढंग का नाश्ता तक नहीं दिया जाता। छात्राओं की दिक्कतों पर जब छात्रावास और स्कूल प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की तो उनका गुस्सा फूट पड़ा और नाराज छात्राएं प्रदर्शन कर हॉस्टल अधीक्षिका के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं। मौके पर बच्चों को समझाने के लिए तहसीलदार माया अंचल लहरे पहुंचीं थीं।
तहसीलदार मैडम ने बच्चों को प्रदर्शन बंद करने की समझाइश दे रही थीं लेकिन नाराज छात्राएं इस बात पर अड़ी रहीं कि उनकी समस्याओं का पहले समाधान किया जाए। छात्राएं तहसीलदार को अपनी परेशानियां भी गिनाती रहीं। तभी तहसीलदार मैडम ने अपना आपा खो दिया और कहा कि ”अगर मैं लिखकर दे दूंगी तो जेल चली जाओगी’।”
मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी भी बच्चों से ये कहते हुए सुना गया कि ”तुम जानती नहीं हो किससे बात कर रही हो, शोर मत मचाओ जो कहा जा रहा है वो सुनो।”
गौरतलब हो कि छात्राएं हॉस्टल में सुविधाएं बढ़ाने और अच्छा खाना दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहीं थीं। नारेबाजी करते हुए उन्होंने चक्काजाम भी किया। जाम की खबर मिलते ही मौके पर तहसीलदार पहुंचीं और नाराजगी दिखाते हुए छात्राओं को जेल जाने की हिदायत दे बैठीं। तहसीलदार मैडम का अब यही वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा है।
छात्राओं ने बताया कि हॉस्टल में साफ-सफाई और खाने की समस्या है। जिसे दूर करने की मांग करने पर मैडम मनमानी करती है। स्कूल में पढ़ाई ठीक से नहीं हो रही है और शिक्षकों के आने-जाने का कोई समय तय नहीं है, इससे उनका भविष्य खराब हो रहा है। हॉस्टल में शासन से मिलने वाली सुविधाओं पर भी मैडम ध्यान नहीं देती।