एसईसीएल कर्मियों से भरी बस रेलिंग तोड़ते हुए गिरी नदी में, 1 मौत, 43 घायलों में 17 गंभीर
अम्बिकापुर, 5 सितंबर। एसईसीएल कर्मियों से भरी बस रविवार की सुबह अनियंत्रित होकर ग्राम बोझा व खडग़वां के बीच स्थित सुखदेवपुर के समीप बाकी नदी पुल की रेलिंग तोड़ते हुए 25 फीट नीचे नदी में जा गिरी। इस घटना में 43 एसईसीएल कर्मी घायल हो गए, जिनमें से एक की मौत अंबिकापुर जीवन ज्योति अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई, वहीं 17 गंभीर रूप से घायलों का उपचार जारी है, इनमें से भी कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।
जिस समय बस दुर्घटनाग्रस्त हुई, स्थानीय ग्रामीणों ने घायलों को नाले से बाहर निकाला। सूचना पर एसईसीएल की बचाव टीम भी पहुंची और 43 घायलों को एंबुलेंस से पहले भटगांव अस्पताल ले जाया गया। यहां से डॉक्टरों ने 18 घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए अंबिकापुर बेज दिया, जहां बरोधी निवासी बसंत लाल जो कि महान 2 एसईसीएल में कार्यरत था, उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। बाकी अन्य गंभीर मरीजों का उपचार जारी है। घायलों में कई लोग बस का चक्का गड्ढे में जाने से अनियंत्रित होना व कई टायर फट जाने की बात कह रहे हैं, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई है।
जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिले के भटगांव क्षेत्र के एसईसीएल कर्मी रोजाना दुबे ट्रैवल्स बस से महान-2 व महान-3 कोल खदान में आना-जाना करते हैं। रविवार की सुबह भी 37 एसईसीएल कर्मी, 4 ठेकाकर्मी, एक यात्री व एक रिटायर्ड फॉरेस्ट कर्मचारी सहित 43 लोगों को लेकर बस जा रही थी। सुबह लगभग 9 बजे बस सोनगरा से होकर ग्राम बोझा व खडग़वां के बीच स्थित पुलिया के पास पहुंची थी कि पुलिया पर बने गड्ढे में पहिया जाने से अनियंत्रित हो गई।
इस दौरान बस रेलिंग तोड़ती हुई करीब 25 फिट पुलिया के नीचे जा गिरी। हादसे के बाद उसमें सवार लोगों के बीच चीख-पुकार मच गई। हादसे में बस में सवार सभी 43 लोग घायल हो गए। इस घटना में किसी का सिर फूट गया तो किसी के हाथ-पैर टूट गए।
चीख-पुकार सुनकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायलों को नाले से बाहर निकाला। सूचना पर एसईसीएल भटगांव, बिश्रामपुर, बैकुंठपुर व मनेंद्रगढ़ से बचाव टीम पहुंची। उन्होंने सभी 43 घायलों को भटगांव अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से डॉक्टरों ने 18 घायलों की गंभीर हालत को देखते हुए अंबिकापुर के एक निजी अस्पताल भेज दिया। जिनमें से एसईसीएल कर्मी बसंत लाल की उपचार के दौरान मौत हो गई।
इस घटना में मन्नू लाल उरांव, मनोहर, नसीम आलम, इंद्रसेन, विधानचंद्र राय, नागेंद्र सिह, खगेंद्र मंडल, मसरुद्दीन, उमेश कुमार मिश्रा, अमित तिवारी, अरविंद्र सिंह, रावेंद्र पटेल, रामकुमार, सुनील कुमार, केएल वाडेकर, रमाकांत पटेल, कैलाश गिरी, शशांक श्रीवास्तव, मो. कादिर रसूल, कृष्णा देवांगन व शशिकांत शामिल हैं। राघवेंद्र पटेल, संतोष कुमार यादव, जय सिंह, सुभाष शर्मा, विपिन बिहारी मिश्रा, सतोष कुमार बरई,धर्मेंद्र सिंह, दूज राम बर्मन, उदयनाथ दुबे, अनिल सिंह, अजय द्विवेदी, राजनाथ, सियाराम, रेवती, सुनील, सूरज, बड़ो बाई, छत्रपाल प्रजापति, धर्मपाल सिंह, हंसा राम प्रधान, गुरु प्रसाद सिंह हंै। इनमें से 17 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसे की सूचना मिलते ही पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा अम्बिकापुर में स्थित जीवन ज्योति हॉस्पिटल पहुंचे। घायलों के परिजनों से मिलकर उनका हाल चाल जाना और मृतक के परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया। इस हादसे में 6 लोगों की गम्भीर स्थिति को देखते हुए अम्बिकापुर से अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर भेज दिया गया है, वहीं एसईसीएल महाप्रबन्धक ने कहा कि घायलों का बेहतर से बेहतर इलाज कराया जा रहा है।