BUDGET SPECIAL – जाने क्या क्या चीजें हुईं महंगी-सस्ती 🟫 मोबाईल के दाम होंगे कम 🟩 सिगरेट और चांदी मिलेगी महंगी

<em>BUDGET SPECIAL – जाने क्या क्या चीजें हुईं महंगी-सस्ती 🟫 मोबाईल के दाम होंगे कम 🟩 सिगरेट और चांदी मिलेगी महंगी</em>



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 1 फरवरी। आने वाले दिनों में मोबाइल फोन खरीदना सस्ता हो सकता है तो चांदी खरीदना महंगा क्योंकि सरकार ने मोबाइल फोन के कुछ पार्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी घटा दी है और चांदी पर ड्यूटी में इजाफा किया है।
ऐसे में आम आदमी की जेब पर किन चीजों का बोझ बढ़ने जा रहा है और किससे उसे राहत मिलेगी, इसका विश्लेषण बजट बाद होने लगा है।
आपको बता दें कि लिथियम आयन बैटरी बनाने में इस्तेमाल सामान की इंपोर्ट ड्यूटी घटाई गई है। टीवी पैनल के ओपन सेल के पुर्जों पर कस्टम ड्यूटी 5% से घटाकर 2.5% की गई। मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग के लिए कुछ पार्ट्स पर कस्टम ड्यूटी घटाई गई है। एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए लैब में बने हीरों की मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल होने वाले सीड पर ड्यूटी कम की जा रही है। एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए चिंप फीड पर कस्टम ड्यूटी कम होगी। वहीं सिगरेट पर टैक्स 16% बढ़ा है। कंपाउडेड रबर पर ड्यूटी को 10% से बढ़ाकर 25% किया गया है। चांदी से बनी वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी में इजाफा किया गया है। किचन इलेक्ट्रिक चिमनी पर कस्टम ड्यूटी 7.5% से बढ़ाकर 15% की गई है।
वैसे आपको बता दें कि ऐसे कम ही प्रोडक्ट है जो बजट में सस्ते या महंगे होने जा रहे हैं। इसका कारण है गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानि GST।
2017 के बाद लगभग 90% प्रोडक्ट की कीमत GST पर निर्भर करती है, जिसे GST काउंसिल तय करती है। वर्तमान में GST के टैक्स स्लैब में चार दरें – 5%, 12%, 18% और 28% हैं। आवश्यक वस्तुओं को इस टैक्स से छूट है या सबसे निचले स्लैब में रखा है। GST से जुड़े सभी फैसले GST काउंसिल लेती है।
इनसे पता चलता है कि 1950 और 2023 के बीच कुछ ऐसे प्रोडक्ट भी है जिन्हें खरीदना आम आदमी के लिए आसान हो गया है। ये भी कह सकते हैं कि इन प्रोडक्ट की महंगाई आय की तुलना में काफी कम बढ़ी है।
बीते साल आटा 23% बढ़ा तो लोन भी महंगा हो गया है। पिछले साल जनवरी में एक किलो आटा 26 रुपए में मिलता था। दिसंबर तो इसकी कीमत बढ़कर 32 रुपए किलो हो गई। इसी तरह हर घर में रोजाना उपयोग होने वाले सामान जैसे तेल, दूध और चावल जैसी चीजों के दाम भी बढ़े हैं। 2022 में पहली बार घरेलू गैस सिलेंडर 1,000 रुपए के पार निकल गया । RBI की ओर से महंगाई को कंट्रोल करने के लिए बढ़ाई गई ब्याज दरों के कारण लोन भी महंगे हो गए हैं।