भिलाई नगर 27 अक्टूबर । भिलाई इस्पात संयंत्र में बोनस की मांग को लेकर होने वाली 28 अक्टूबर की हड़ताल को असफल करने के लिए प्रबंधन का षड्यंत्र जारी है। प्रबंधन नित ने प्रपंच रच रहा है। इसी कड़ी में प्रबंधन के द्वारा कार्य स्थल पर कर्मचारियों को ड्यूटी की शुरुआत से कई घंटे पहले बुलाया जा रहा है। जबकि संयुक्त ट्रेड यूनियन के द्वारा यह प्रश्न उठाया गया है कि इस दौरान कोई अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। इसलिए कर्मचारी वर्ग समय से कई घंटे पहले पहुंचने के दबाव के दौरान उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों को भी समझने का प्रयास करें।
संयुक्त यूनियनें (BMS, INTUC, AITUC, HMS, CITU, LOIMU, AICCTU, Steel Workers Union, Ispat Shramik Manch) के साथ आज सभी यूनियन के साथ पुलिस अधीक्षक ने बैठक कर 28 अक्टूबर की हड़ताल में शांति बनाए रखने हेतु परिस्थितियों की समीक्षा की। इससे पूर्व संयुक्त यूनियन की भी बैठक हुई जिसमें यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि कल 28 अक्टूबर 2024 को हो रहे हड़ताल को किसी भी प्राधिकरण ने ना तो निषिद्ध किया है ना ही किसी भी न्यायालय ने अवैध घोषित किया है। बैठक में यह बात भी स्पष्ट हुआ है कि कल के हड़ताल में अनुपस्थित रहने पर भिलाई इस्पात संयंत्र में प्रभावशील स्थाई आदेश (संयंत्र) कि कंडीका 29 (xvi) के तहत अनुपस्थिति को अवैध नहीं माना जा सकता है। बैठक में यह बात भी संज्ञान में आया है कि कुछ अधिकारी कर्मियों को कार्यस्थल पर निर्धारित समय से कई घंटे पहले पहले बुला रहे हैं। इस संबंध में सभी कर्मियों को सूचित होगी पाली शुरू होने से एक घंटा पूर्व से पहले यदि कोई कर्मी किसी भी दुर्घटना का शिकार होता है तो, वह मुसीबत में आ सकता है और कोई भी अधिकारी उसे बचा नहीं पाएगा।
28 अक्टूबर की हड़ताल को असफल करने बीएसपी प्रबंधन का नया प्रपंच, कर्मचारियों पर समय से कई घंटे पहले उपस्थित होने बना रहे दबाव, अनहोनी की स्थिति में कौन होगा जिम्मेदार – संयुक्त यूनियन