पानी निकासी के स्थान पर काबिज अतिक्रमणों को जल्द हटाए BSP प्रबंधन – इंटक

पानी निकासी के स्थान पर काबिज अतिक्रमणों को जल्द हटाए BSP प्रबंधन – इंटक


🛑 टाउनशिप में बैकलाइन की सफाई भी जरूरी

भिलाई नगर 10 जुलाई। स्टील इंप्लाइज यूनियन इंटक के कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें पिछले तीन दिनों में हुई बारिश के कारण टाउनशिप के क्वार्टरों में पानी भरने पर चिंता व्यक्त की गई l बैठक में यूनियन ने बैकलेन की सफाई करने एवं बरसाती पानी के बहाव के रास्ते में आने वाले सभी अवैध निर्माण को हटाने मांग की l

कार्यकारिणी की बैठक में उप महासचिव शिव शंकर सिंह ने कहा कि पिछले तीन दिनों के बारिश से टाउनशिप के कई सेक्टरों में कर्मचारियों के क्वार्टर में पानी भर गया इसका मुख्य कारण बैक लेन की लंबे समय से सफाई नहीं होने एवं पानी बहाव के रास्तों पर अवैध निर्माण कर लेना है l बरसात की अभी शुरुआत हुई है अभी हमें समस्या पता चल गया इससे सबक लेते हुए प्रबंधन को जल्द से जल्द टाउनशिप के ऐसे अवैध निर्माण जो पानी के बहन को रोकते हैं उन्हें जल्द से जल्द हटाया जाए ताकि लोगों के घरों में पानी ना घुसे l वरिष्ठ सचिव राजकुमार ने कहा कि टाउनशिप प्रबंधन टारफेल्टिंग का काम शुरू तो किया है लेकिन अभी भी बहुत सारे क्वार्टरों में टाररफेल्टिंग नहीं हो पाए हैं जिसके कारण से सीपेज की समस्या बनी हुई है l जल्द से जल्द टारफेल्टिंग के काम में भी तेजी लाई जाए l

महासचिव वंश बहादुर सिंह में कहा कि पिछले तीन दिनों की बारिश से सेक्टर 2, 4, 5, 6 सहित अन्य सेक्टर में पानी भर गया टाउनशिप प्रबंधन ने सेक्टर 4 सहित अन्य सेक्टर में अवैध कब्जों को तोड़कर पानी निकलने का रास्ता बनाया लेकिन अभी भी सेक्टर 5 सहित कई सेक्टर में समस्या बनी हुई है l टाउनशिप प्रबंधन से इंटक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुलाकात कर बरसात का पानी बहाव के रास्तों पर हुए अवैध निर्माण को हटाने एवं टारफेल्टिंग में तेजी लाने की मांग करेगा ताकि कर्मचारियों को जल्द से जल्द इन समस्याओं से राहत मिलेl

बैठक में महासचिव वंश बहादुर सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस रवि उप महासचिव रमाशंकर सिंह शिव शंकर सिंह सहायक कोषाध्यक्ष जी आर सुमन वरिष्ठ सचिव रेशम राठौर राजकुमार सचिव डी शंकर राकेश तिवारी विंसेंट परेरा ताम्रध्वज सिन्हा किशोर प्रधान एसपी सिंह विजय विश्वकर्मा ललित साव बिन्नी पाल अनिल पारखे डीपी साहू वेणुगोपाल अजय शाह चंद्रा नायक आदि उपस्थित थे