सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 10 मार्च। अब नए नियुक्त हुए सहायक आचार्य भी पीएचडी शोध निदेशक बन सकते हैं बशर्ते सहायक आचार्य नियुक्त होने के समय पीएचडी के साथ ही साथ अन्य निर्धारित योग्यता पूरी की गयी हो।
आपको बता दें कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने आयोग की 565वीं बैठक में यह फैसला लिया गया कि यदि कोई व्यक्ति सहायक आचार्य पद पर नियुक्ति के समय पीएचडी गाइड बनने की निर्धारित योग्यता को पूरा कर रहा है तो प्रोबेशन पीरियड (परिवीक्षा अवधि) में भी पीएचडी गाइड बनाया जा सकता है। इससे पहले परिवीक्षा अवधि में पीएचडी गाइड बनाने का प्रावधान नहीं था। परिवीक्षा अवधि पूरी होने के बाद ही पीएचडी गाइड बनाया जाता था। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के इस फैसले से शोध को बढ़ावा मिलेगा और शोध निदेशकों की संख्या भी बढ़ेगी।