बडी़ खबर – मनी लांड्रिंग मामले में ईडी जल्द करेगी नई गिरफ्तारियाँ, अलग-अलग बयान किया जा रहा क्राॅस चेक, ईडी सौम्या की रिमांड बढ़ाने आज न्यायालय से करेगी मांग

बडी़ खबर – मनी लांड्रिंग मामले में ईडी जल्द करेगी नई गिरफ्तारियाँ, अलग-अलग बयान किया जा रहा क्राॅस चेक, ईडी सौम्या की रिमांड बढ़ाने आज न्यायालय से करेगी मांग



🟪 10 दिसंबर तक आरोप पत्र पेश करने की तैयारी में जुटी है ईडी
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 6 दिसंबर। प्रवर्तन निदेशालय के अफसर आज अदालत में उप सचिव सौम्या चौरसिया की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग करने वाले हैं। सौम्या पर बेनामी संपत्ति की खरीदी-बिक्री से काला धन खपाने का आरोप लगाया गया है। उनको 6 दिसम्बर तक ईडी की हिरासत में भेजा गया था। सौम्या की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने जेल में बंद आरोपियों से भी पूछताछ की है। ईडी के अफसरों का दावा है कि पूछताछ में कुछ नये तथ्य सामने आए हैं, उनकी पुष्टि के लिए सभी आरोपियों के बयानों को क्रॉस चेक किया जा रहा है। जल्दी ही इस मामले में कुछ नई गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
गौरतलब हो कि सौम्या चौरसिया को 2 दिसम्बर को गिरफ्तार किया गया था। उस दिन ईडी ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने केवल 4 दिन की रिमांड मंजूर कर मनी लांड्रिंग केस के सभी आरोपियों के साथ चौरसिया को भी 6 दिसम्बर को पेश करने का आदेश दिया था।
इससे पूर्व ईडी ने 11 अक्टूबर को प्रदेश के कई अफसरों और कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा था। प्रारंभिक जांच और पूछताछ के बाद 13 अक्टूबर को इस मामले में छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी-चिप्स के तत्कालीन सीईओ समीर विश्नोई, कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल और वकील और कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था।
उनको 14 दिन की ईडी रिमांड में पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। 29 अक्टूबर को इस मामले में एक अन्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने अदालत में समर्पण कर दिया। 10 दिन की पूछताछ के बाद सूर्यकांत को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। तब से चारों आरोपी जेल में बंद हैं। इस बीच ईडी की दूसरे अफसरों और कारोबारियों से पूछताछ जारी रही। लगातार कई दिनों की पूछताछ के बाद 2 दिसम्बर को सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया। ईडी के अफसर इस मामले में अब तक हुई जांच और पूछताछ के आधार पर आरोप पत्र बनाने की तैयारी में लगे हैं। उनकी कोशिश है कि 10 दिसम्बर तक यह आरोप पत्र अदालत में पेश हो जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो 60 दिन के भीतर आरोप पत्र देने की सीमा खत्म हो जाएगी। ऐसे में 13 अक्टूबर को गिरफ्तार तीन आरोपियों की जमानत का रास्ता खुल जाएगा। आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई को ईडी ने 13 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। न्यायालय में उन्हें पहले आठ दिन और बाद में 6 दिन के लिए ईडी को रिमांड पर दिया गया था। यह रिमांड 27 अक्टूबर को पूरी हो रही थी तब तक सरकार ने विश्नोई के संबंध में कोई एक्शन नहीं लिया। इस बीच 19 अक्टूबर को एक आदेश जारी कर छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी-चिप्स में रितेश अग्रवाल को अस्थायी तौर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियुक्त कर दिया गया। समीर विश्नोई 2009 बैच के आईएएस अफसर हैं। छत्तीसगढ़ कैडर मिलने के बाद प्रदेश में कई अहम पदों पर रह चुके हैं। समीर विश्नोई कानपुर के रहने वाले हैं। वहीं इनकी स्कूली पढ़ाई हुई। जेईई क्लियर किया और इन्हें आईआईटी कानपुर में दाखिला मिला था। ईडी ने विश्नोई के यहां छापा मार कर 47 लाख रुपए कैश और दो करोड़ रुपए कीमत के गहने बरामद किए थे। उसके बाद विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद समीर को निलंबित भी कर दिया गया था।