बड़ी खबर : 28 अक्टूबर की हड़ताल को भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने किया अवैध घोषित, हड़ताल में न जाने कर्मियों से की अपील

बड़ी खबर : 28 अक्टूबर की हड़ताल को भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने किया अवैध घोषित, हड़ताल में न जाने कर्मियों से की अपील


भिलाई नगर 25 अक्टूबर। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा 28 अक्टूबर की हड़ताल को अवैध घोषित किया गया है।28 अक्टूबर को कार्य में अनुपस्थित को भी हड़ताल में शामिल होना माना जाएगा। इसलिए प्रबंधन के द्वारा सभी कर्मचारियों से हड़ताल पर न जाने की अपील की है।

कुछ श्रमिक संगठनों द्वारा दिनांक 28 अक्टूबर, 2024 (सोमवार) को हड़ताल करने की कुछ सूचना दी गई है। श्रमिक संगठनों द्वारा भेजे गए ज्ञापन के अनुसार अधिकतर मांगे केंद्र / राज्य सरकार की नीतियों और निगमित कार्यालय, सेल, नई दिल्ली से संबंधित है। जिस पर भिलाई इस्पात संयंत्र स्तर पर निर्णय लेना संभव नहीं है।

भिलाई इस्पात संयंत्र में औद्योगिक शांति एवं सौहार्द की दीर्घ और गौरवमयी परंपरा रही है। उत्पादन के चरम बिंदुओं तक पहुंचने के लिए संकल्पित हैं तथा इसके लिए हम सबको हर संभव प्रयास करना होगा।
यह ज्ञात हो कि क्षेत्रीय श्रमायुक्त (केन्द्रीय), रायपुर ने औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 के अन्तर्गत हड़ताल आव्हान के मुद्दों को Conciliation में seize कर लिया है। भारत सरकार ने लौह एवं इस्पात उद्योग को ‘लोक उपयोगी सेवा’ (Public Utility Service) घोषित किया है। औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 के प्रावधानों के अनुसार सुलह कार्यवाही (Conciliation) लम्बित होने के दौरान हड़ताल पर जाना अवैध है।
पवन कुमार कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) ने जारी अपील सूचना में उल्लेखित किया है कि 28 अक्टूबर, 2024 (सोमवार) को कार्य से अनुपस्थिति को हड़ताल में शामिल होना माना जाएगा एवं ऐसी अनाधिकृत अनुपस्थिति के लिए वेतन में कटौती के अलावा ऐसे कार्मिकों को ASPLIS/पदोन्नतियों के लाभ से भी वंचित किया जाएगा और कंपनी के लागू नियमों के प्रावधानों के तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।

इसके अलावा, किसी भी कार्मिक को संयंत्र परिसर में प्रवेश करने से रोकना या बलपूर्वक रोकना या कंपनी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना कदाचार माना जाएगा और आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी ।

सभी कार्मिकों से अपील है कि वे भिलाई इस्पात संयंत्र की उत्कृष्ट कार्य संस्कृति एवं परम्परा को कायम रखें, अपने कर्तव्यों का पालन करें, 28 अक्टूबर, 2024 (सोमवार) को हड़ताल में भाग न लेकर उत्पादन, उत्पादकता एवं लाभप्रदता में सुधार लाने में प्रभावी योगदान दें।