छत्तीसगढ़ में दसवीं-बारहवीं पास को बड़ी सौगात, भूपेश सरकार का बेरोजगारों को तोहफा, पंद्रह दिन की पगार होगी साढ़े सात हजार


छत्तीसगढ़ में दसवीं-बारहवीं पास को बड़ी सौगात, भूपेश सरकार का बेरोजगारों को तोहफा, पंद्रह दिन की पगार होगी साढ़े सात हजार

रायपुर, 9 अगस्त। प्रदेश सरकार बेरोजगार युवकों के लिए बड़ी सौगात लेकर आई है। अब 10वीं और 12वीं पास युवकों के लिए नौकरी लेकर के बेहतर अवसर सरकार उपलब्ध करवाने जा रही है। जानकारी के अनुसार युवक बिजली मीटरों की रीडिंग करके 15 दिनों में साढ़े सात हजार रुपए की कमाई कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी ने पहली बार सीधे रोजगार का रास्ता खाेला है। आने वाले समय में और ज्यादा युवकों को काम मिलेगा, क्योंकि जैसे-जैसे पुराना ठेका समाप्त होगा, इनके स्थान पर सीधे बेरोजगार युवकों को ही काम दिया जाएगा। प्रदेश में 55 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। इनमें से ज्यादातर उपभोक्ताओं के बिजली मीटरों की स्पॉट रीडिंग होती है। इसके लिए कंपनी अब तक ठेका प्रथा से काम चल रही है, लेकिन अब इस प्रथा काे बंद करने का फैसला हो चुका है। अब सीधे बेरोजगार युवकों को काम देना प्रारंभ किया गया है। ठेका प्रथा के बारे में पॉवर कंपनी के अधिकारियों का कहना है, इसमें ठेका लेने वालों को कंपनी से प्रति मीटर की रीडिंग के पांच रुपए मिलते हैं, लेकिन ये रीडिंग करने वालों को तीन रुपए के हिसाब से पैसे देते हैं। इसी के साथ ठेकेदार 25 दिनों में रीडिंग पूरी करते हैं, जबकि अब युवकों को 15 दिनों का लक्ष्य दिया गया है।

पॉवर कंपनी ने मीटर रीडिंग करने के लिए इसका रेट और लक्ष्य भी तय कर दिया है। शहरों में प्रति मीटर की रीडिंग के लिए पांच रुपए दिए जाएंगे। रीडिंग का काम लेने वाले युवकों को 15 दिनों में 15 सौ मीटरों की रीडिंग करनी होगी। ऐसे में उनको साढ़े सात हजार मिलेंगे। गांवों में रीडिंग के लिए छह रुपए प्रति मीटर के मिलेंगे। गांवों में 12 सौ मीटरों की रीडिंग करनी होगी। यहां के युवकों को 72 सौ रुपए मिलेंगे। बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सात रुपए प्रति मीटर की रीडिंग के मिलेंगे। यहां पर 15 दिनों में एक हजार मीटरों की रीडिंग करनी होगी। यहां के युवकों को सात हजार रुपए मिलेंगे।

रीडिंग कार्य के लिए युवकों को अपना पंजीयन संबंधित क्षेत्र के डीसी सेंटर में कराना होगा। रीडिंग का काम करने के लिए युवकों के पास अपना मोबाइल और नेट पैक का होना जरूरी है। इसी के साथ युवकों को बिल के लिए छोटा प्रिंटर खुद का लेना होगा। पंजीयन का कोई शुल्क पॉवर कंपनी नहीं ले रही है। एक डीसी सेंटर में अगर दस रीडरों की जरूरत हैं और इससे ज्यादा आवेदन आते हैं तो चयन लाटरी से किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में बेरोजगार युवकों को रोजगार देने की योजना प्रारंभ हो गई है। इस समय जहां जितनी जरूरत है, उतने युवक रखे जा रहे हैं। आने वाले समय में ज्यादा युवकों को रोजगार मिलेगा।