सीजी न्यूज ऑनलाइन, 23 अगस्त। सरगुजा जिला के अम्बिकापुर नगर में स्टील कारोबारी के पुत्र की गोली मारकर हत्या से पर्दा उठ गया है।
शुक्रवार को सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि स्टील कारोबारी के पुत्र ने ही खुद अपनी हत्या की सुपारी उसके कंपनी के पूर्व कर्मचारी संजीव मंडल उर्फ भानू बंगाली को दी थी। आरोपी ने बताया कि 50 हजार नगद, सोने के आभूषण के लालच में आकर गोली मारी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने घर में सो रहा था, उसे अंदेशा नहीं था कि पुलिस इतनी जल्दी उस तक पहुंच पाएगी। साइबर सेल से तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस ने पूर्व कर्मचारी को उसके घर से पकड़ा एवं उसके निशानदेही पर ही स्टील कारोबारी के पुत्र अक्षत अग्रवाल की लाश चठिरमा जंगल में गौशाला पास से बरामद किया था।

हालांकि सरगुजा एसपी ने जो मामले से पर्दा उठाया है उसकी जानकारी घटनास्थल के पास ही उजागर हो गई थी, पुलिस अब तक इसमें नया कोई भी तथ्य नहीं ढूंढ पाई है। इस घटना में कोई और शामिल है या किसी बड़ी साजिश का वह शिकार हुआ है, या कोई परेशानी की वजह से खुद ही अपनी सुपारी दी थी और तीन-तीन पिस्टल के साथ भारी मात्रा में कारतूस कहां से आया, यह सब सवालों का प्रति उत्तर पुलिस अब तक दे पाएगी..?
एसपी ने बताया कि उक्त सभी तथ्यों पर पुलिस जांच कर रही है, पूछताछ के लिए आरोपी को रिमांड पर भी लिया जाएगा और मामले में अभी कई और खुलासा होने की संभावना है।

गौरतलब है कि अंबिकापुर के मनेद्रगढ़ रोड के सुभाष नगर निवासी अंबिका स्टील के संचालक महेश केडिया के पुत्र अक्षत अग्रवाल की लाश गांधीनगर थाना क्षेत्र के चठिरमा जंगल में गौशाला के पास गत 3 दिन पूर्व मिली थी। युवक के लाश को उसके कार में ही बरामद किया गया था।
एसपी ने बताया कि अक्षत अग्रवाल मंगलवार की शाम को अपने घर में 10 मिनट में आने की बात कहकर निकला था और शाम करीब 6.30 बजे से उसका फोन बंद आ रहा था।
पुलिस ने संदेह के आधार पर भानू बंगाली नामक एक युवक को बुधवार की सुबह उसके घर से उठाकर पुछताछ किया था और आरोपी के निशानदेही पर पुलिस ने अक्षत अग्रवाल के लाश को चठिरमा जंगल स्थित कार के भीतर से बरामद किया। युवक ने हत्या करने की बात स्वीकार किया था।

कोई खुद अपनी सुपारी कैसे दे सकता है, हुई है बड़ी साजिश – पिता
मृतक अक्षत अग्रवाल के पिता महेश केडिया ने पुलिस जांच पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि हमारा पूरा परिवार संपन्न है किसी चीज की कोई कमी नहीं है। जिस दिन वारदात को अंजाम दिया गया दिन भर मेरा पुत्र खुश था, ऐसी कोई बात ही नहीं हुई थी, वह मुझसे कहा था 10-15 मिनट में घूम कर आ जाऊंगा और फिर उसकी हत्या कर दी गई।
पुलिस ने जो खुलासा किया है कि अक्षत ने खुद अपनी सुपारी दी थी वह मिथ्या है। उन्होंने कहा कि मेरा पुत्र जमीन का भी काम करता था। उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि आरोपी आदतन बदमाश है उसके ऊपर 7 केस दर्ज है। इस घटना में कई और लोग शामिल हैं और उसे गन पॉइंट पर घटनास्थल ले जाया गया होगा और वारदात को अंजाम दिया गया है। उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है।