भिलाई के साहित्यकार किशोर नशीने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित हुए

भिलाई के साहित्यकार किशोर नशीने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित हुए


भिलाई नगर 16 मई। भिलाई, जिला दुर्ग के साहित्यकार किशोर कुमार नशीने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित हुए है। छंदबद्ध वृहद हिंदी व्याकरण (विश्व स्तरीय पद्य संकलन) का भव्य विमोचन रायपुर के वृंदावन हॉल में हुआ।


विदित हो कि यह पुस्तक गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ है, इसमें हिंदी व्याकरण को बिना किसी अर्थ परिवर्तन के छंदों में बांधा गया है। इसे पूर्ण करने में देश के विभिन्न क्षेत्रों के कुल 111 साहित्यकारों ने 117 छंद में अपनी रचना समर्पित की है, इस रचना में योगदान देने वाले सभी साहित्यकारों को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया। हमें यह बताते हुए बडा गौरव महसूस हो रहा है कि हमारे भिलाई जिला दुर्ग के कवि, साहित्यकार किशोर कुमार नशीने को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया, इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय कवि संगम संस्थान के द्वारा किया गया।

मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार पी सी लाल यादव, कमल शर्मा राष्ट्रीय महामंत्री, राष्ट्रीय कवि संगम ,अध्यक्षता योगेश अग्रवाल प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम, अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर शर्मा ,छंद गुरु अरुण निगम, रामनाथ साहू (ननकी), गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड छत्तीसगढ़ ईकाई की प्रमुख श्रीमती डाक्टर सोनल शर्मा उपस्थित रहे।

ज्ञात हो कि किशोर कुमार नशीने , चलो चले महाकुंभ रचना के लिए गोल्डन एरा बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से उत्तर प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित हो चुके है। भिलाई इस्पात संयंत्र में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत श्री नशीने वर्तमान में छत्तीसगढ़ कलार (सिन्हा) समाज के उप संपादक एवं जनकल्याण समिति भिलाई के प्रधान संपादक भी है।
इस उपलब्धि के लिए श्री नशीने को सिन्हा समाज के वरिष्ठ एवं गणमान्य स्वजातियों ने एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के साथी कर्मचारियों एवं अधिकारियो ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।