भिलाई की कथक नृत्यांगना लेरीना काशीपुरी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर लहराया छत्तीसगढ़ का परचम, थाईलैंड में जीता हीरक पुरस्कार

<em>भिलाई की कथक नृत्यांगना लेरीना काशीपुरी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर लहराया छत्तीसगढ़ का परचम, थाईलैंड में जीता हीरक पुरस्कार</em>


भिलाई नगर 19 जुलाई । कथक नृत्य में निपुण सेक्टर 8 निवासी लेरीना काशीपुरी में देशराग भारत संस्कृति यात्रा के आयोजन में थाईलैंड में छत्तीसगढ़ का परचम लहराया है। लेरीना ने कत्थक नृत्य में यह उपलब्धि हासिल की है। प्रतियोगिता में भाग लेने भारत के विभिन्न राज्यों से प्रतियोगी थाईलैंड पहुंचे थे।

कत्थक नृत्य में निपुण सेक्टर 8 निवासी डीएवी स्कूल हुडको में अध्ययनरत लेरीना काशीपुरी का रुझान 4 वर्ष की उम्र से रहा है। उनके रुझान को देखते हुए परिजनों ने नृत्य का प्रशिक्षण लेने लेरीना को नूपुर कथक कला केंद्र में भेजा। जहां पर वे पिछले 12 वर्षों से कत्थक का प्रशिक्षण ले रही हैं। लेरीना ने भारत के विभिन्न राज्यों में आयोजित प्रतियोगिताओं में अपनी कला का बेहतर प्रदर्शन कर पुरस्कार अर्जित किए हैं। हाल ही में लेरीना थाईलैंड में आयोजित देश राग भारत संस्कृति यात्रा के सांस्कृतिक आयोजन में शामिल होकर लौटी हैं यहां उन्हें हीरक पुरस्कार से नवाजा गया गया है। लेरीना को थाईलैंड में कार्यक्रम की आयोजक संस्था द्वारा स्कॉलरशिप भी दी गई है। लेरीना को विभिन्न समाज के लोगों द्वारा भी पुरस्कृत किया जा चुका है। लेरीना को अखिल भारतीय गढ़वाल समाज द्वारा प्रथम बाल रत्न पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। परिजनों और गुरुओं से मिले आशीर्वाद की वजह से लेरीना आज उच्च मुकाम हासिल करने की ओर तेजी से अग्रसर है। कत्थक नृत्य में निपुण होने के साथ-साथ वे एक अच्छी एथलीट भी हैं।