बालको के बाद भिलाई बिकने वाला है, नगरनार, रेल बिक रहा है, स्टेशन बिकने वाला है, एयर इंडिया बेच दिए अब एयरपोर्ट बिकने वाला है-मुख्यमंत्री

बालको के बाद भिलाई बिकने वाला है, नगरनार, रेल बिक रहा है, स्टेशन बिकने वाला है, एयर इंडिया बेच दिए अब एयरपोर्ट बिकने वाला है-मुख्यमंत्री



🟢 भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर बोला बड़ा हमला
रायपुर, 18 अक्टूबर। केंद्र सरकार के पिछले कार्यकाल में की गई नोट बंदी और जीएसटी के कारण महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है और वित्त मंत्री कह रहीं कि रूपया कमजोर नहीं, डालर मजबूत हुआ है। केंद्र की गलत नीतियां ही महंगाई के लिए, बेरोजगारी के लिए पूर्णतः जिम्मेदार हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया को यह बयान देते हुए केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
कल ईडी छापा को लेकर भाजपा नेताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार और मनमाने वसूली का आरोप लगाते हुए सीएम से इस्तीफे की मांग की थी, जिसके जवाबी हमने में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह कहा है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की नीतियों पर बडा़ निशाना साधा, उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से लाई गई जीएसटी और नोटबंदी की वजह से देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। खंडा चावल के निर्यात पर हालिया लगाए गए प्रतिबंध से किसानों को भी भारी नुकसान हो रहा है। आज सक्ती जिले के चंद्रपुर विधानसभा में भेंट मुलाकात के लिए जाने से पहले रायपुर हेलीपैड पर मुख्यमंत्री ने प्रेस से चर्चा की।
उन्होंने कहा वित्त मंत्री जी कह रही हैं कि रुपया कमजोर नहीं हुआ है, डॉलर मजबूत हुआ है। इस पंचवर्षीय में ये जनता के लिए ऐसी कोई योजना लेकर नहीं आए, पिछले पंचवर्षीय में ये नोटबंदी लाए, जीएसटी लाए जिसका खामियाजा पूरा देश भुगत रहा है। जीएसटी की वजह से महंगाई बढ़ी और नोटबंदी की वजह से बेरोजगारी बढ़ गई। किसान अलग परेशान हैं, नौजवान अलग परेशान हैं और नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रही। रूस-यूक्रेन युद्ध से बनी परिस्थितियों में केंद्र सरकार ने चावल के खंडा का निर्यात को बैन कर दिया है। इस बैन का नुकसान हमारे छत्तीसगढ़ के किसानों को हो रहा है। बरसात में यहां की मंडियो में धान 1900 से 2400 रुपया प्रति क्विंटल की दर पर बिका। अब उसके भाव में 300 रुपए की गिरावट आ गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में ऊर्जा का संकट है। वह पेट्रोलियम हो, प्राकृतिक गैस हो अथवा बिजली की बात हो, ऊर्जा एक बड़े संकट के रूप में दुनिया के सामने आया है। रूस और यूक्रेन के युद्ध से यूरोप में जो गैस पाइप जा रहा था वह बंद हो गया। इसकी वजह से पूरा यूरोप फिर से थर्मल पॉवर की ओर जा रहा है। बिजली की दर बढ़ी हुई है, वहां के लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। स्थिति बहुत भयावह है। ऐसे में कोयले के दाम बढ़ गए हैं, विदेश से जो कोयला आ रहा है वह हजार 20 हजार रुपया प्रति टन की दर से आ रहा है। बिजली महंगी होती जा रही है। यूक्रेन जो है वह पूरे यूरोप को गेहूं की आपूर्ति करता था, अब खाद्यान्न का संकट अलग से है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर आरक्षण खत्म करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों को बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा भाजपा तो आरक्षण ही खत्म करना चाहती है, आरक्षण देना न पड़े इसके लिए सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेच रहे है। बालको बिका, भिलाई बिकने वाला है, नगरनार बिकने वाला है, रेल बिक रहा है, रेलवे स्टेशन बिकने वाला है, एयर इंडिया बेच दिए अब एयरपोर्ट बिकने वाला है। जब पद ही नहीं रहेंगे तो आरक्षण का लाभ कहां से मिलेगा। केंद्र सरकार ने भर्तियां भी बंद कर दी हैं। सार्वजनिक उपक्रमों में जहां नौकरी मिल रही थी उसे बेच रहे हैं, यह दोहरी मार है।