बीएकेएस की आम सभा 23 फरवरी को, इंजीनियर्स भवन मे आयोजित

बीएकेएस की आम सभा 23 फरवरी को, इंजीनियर्स भवन मे आयोजित


भिलाई नगर 11 फरवरी। बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ की आमसभा 23 फरवरी को आयोजित हो रही है । उक्त आमसभा में यूनियन की साल भर की गतिविधियों को सदस्यो के साथ साझा किया जायेगा । साथ में यूनियन के आय व्यय के लेखा जोखा को भी जारी किया जायेगा ।
वर्तमान में सेल प्रबंधन के तानाशाही रवैये , पुराने यूनियनो के वर्षो से मठाधिश नेताओं के क्रियाकलापो से बीएसपी कर्मचारी काफी निराश है , साथ ही बीएकेएस द्वारा लगातार मुद्दो को लिखित रुप से उठाने, सरकार , मंत्रालय के संज्ञान में लाने तथा अंत में न्यायालय की शरण में जाने पर सभी कर्मचारी बीएकेएस को आशाभरी नजरो से देख रहे है । उसी कड़ी में कर्मचारियों के साथ , आमसभा के माध्यम से यूनियन ने संवाद परिचर्चा का आयोजन किया है ताकि कर्मियों के राय, मुद्दो पर सार्थक चर्चा किया जाय ।

आमसभा में संवाद के विषय

1 . भिलाई इस्पात संयंत्र में रिकॉगनाईज्ड यूनियन का चुनाव ।
2 . अधिकारियों तथा अन्य महारत्ना कंपनियों के तर्ज पर वेज रीविजन को प्रभावी करना तथा फिटमेंट और पर्क्स का एरियर ।
3 . औद्दोगिक शांति हेतु, पीएसयु कर्मियों के लिए पे रीविजन कमेटी (PRC) का गठन ।
4 . एनजेसीएस में सिर्फ निर्वाचित प्रतिनिधियों को स्थान

5 . सुपरवाईजरी कैडर , ग्रेड वाईज पदनाम के साथ महारत्ना स्टेटस का लाभ
6 . इंसेंटीव रिवार्ड फॉर्मुला /राशी में संशोधन ।
7 . कमेटी /काउंसिल की स्थापना तथा लगातार मीटिंग के माध्यम से स्थानिय सुविधाओं जैसे आवास आवंटन/अनुरक्षण, साफ सफाई, विद्दुत, अस्पताल की सुविधाओं में सुधार , शिकायत निवारण कमेटी के माध्यम से प्रबंधन की एकतरफा कारवाई पर रोक ।
8 . पदोन्नति , स्टैगेशन इंक्रिमेंट, हाउस पर्क्युजीट की सुविधा ।

अमर सिंह , अध्यक्ष बीएकेएस ने कहा कि बीएसपी कर्मियों की एकता, आक्रोश तथा आवाज को दिखाने के लिए यूनियन ने आमसभा का आयोजन किया है । यह सिर्फ आमसभा नही है बल्कि हमारे अटके मुद्दो को हल कराने के लिए प्रतिशोध सभा है । बेईमान नेताओं और निरंकुश मैनेजमेंट को संदेश देने के लिए ही आमसभा का आयोजन किया जा रहा है ।

नवीन कुमार मिश्रा कोषाध्यक्ष , बीएकेएस ने कहा कि कर्मचारियों के माँगो को पुरा कराना बीएकेएस का अंतिम लक्ष्य है । हमारी यूनियन मैनेजमेंट से लेकर , इस्पात मंत्रालय, पार्लियामेंट्री कमेटी से लेकर न्यायालय तक के सामने कर्मचारियों के मुद्दो को उठाने में पीछे नही है । कर्मचारियों के खुले समर्थन के बल पर हम इस लड़ाई को और आगे ले जायेंगे ।