🛑 NJCS में सुधार पर दिल्ली उच्च न्यायालय में दायर किया मुकदमा
भिलाई नगर 26 मई। दिसम्बर 24 में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा एनजेसीएस में सुधार हेतु दिए गए तीन माह के समय बीत जाने के बावजुद इस्पात मंत्रालय द्वारा कोई भी सकारात्मक कदम नही उठाए जाने के बाद बीएकेएस ने पुनः दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा दायर किया है ।
जिस पर कोर्ट ने 14 मई को सुनवाई किया तथा संबंधित पक्षो को नोटिस देकर जवाब माँगा है। मुकदमे की अगली सुनवाई 29 मई को निर्धारित की गई है ।
क्या है एनजेसीएस में सुधार का मामला
एनजेसीएस में 25 यूनियन प्रतिनिधि में से 15 प्रतिनिधि नामांकित है । पाँच ट्रेड यूनियनो को तीन —तीन नॉमिनेटेड सीट का कोटा दिया गया है । जिस पर यूनियन अपना अपना सदस्य नामांकित करते है ।
बीएकेएस का तर्क
1 .सेल की प्रत्येक इस्पात प्रोडक्शन यूनिट से रिकॉगनाईज्ड ट्रेड यूनियन का प्रावधान किया गया है, अर्थात सेल कर्मियों के वास्तविक प्रतिनिधि एनजेसीएस में मौजुद है तो नॉमिनेटेड प्रतिनिधियों की कोई भी जरुरत नही है ।
2 . श्रम मंत्रालय तथा डीपीई द्वारा दिए गए गाईडलाईन के अनुसार विभिन्न कमेटियों के माध्यम से श्रमिको को प्रबंधन में भागिदारी दी जानी है परंतु एनजेसीएस में श्रमिक प्रतिनिधि के नाम पर बाहरी तथा गैर निर्वाचित नेता प्रबंधन में भागिदार बन रहे है ।
3 . आज तक सेल स्तर पर सदस्यता सत्यापन नही हुआ है कि किस ट्रेड यूनियन के पास कितने सदस्य है ।
4 . भिलाई , सेलम तथा राउरकेला चुनाव में एटक तथा एचएमएस को 100 से कम वोट मिलता है फिर भी इन यूनियनो को तीन —तीन नॉमिनेटेड सीट दिया गया है
एनजेसीएस में नॉमिनेटेड नेताओं की सूची
इंटक
1 .जी संजीवा रेड्डी
2 . सत्यजीत रेड्डी/ डीएस पाणिक्कर
3 . वंश बहादुर सिंह
एटक
1 . विद्दासागर गिरी/रमेंद्र कुमार
2 . रामाश्रय सिंह
3 . डी आदिनारायण
एचएमएस
1 . संजय एस बढ़वाकर
2 . राजेंद्र सिंह
3 . सुकांता रक्षित/शसाधर नायक
सीटू
1 . तपन सेन
2 . ललितमोहन मिश्रा
3 . विष्णु मोहंती
बीएमएस
1 . डी के पाण्डेय
2 . रंजय कुमार
3 . एम जगदिश्वर राव