कुंभ राशि आत्मविश्वास में वृद्धि का दिन रहेगा, संतान के दायित्वो की पूर्ति करने में सफल रहेंगे, मीन राशि आज का दिन दिन आपके लिए उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है

कुंभ राशि आत्मविश्वास में वृद्धि का दिन रहेगा, संतान के दायित्वो की पूर्ति करने में सफल रहेंगे, मीन राशि आज का दिन दिन आपके लिए उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है


कुंभ राशि आत्मविश्वास में वृद्धि का दिन रहेगा, संतान के दायित्वो की पूर्ति करने में सफल रहेंगे, मीन राशि आज का दिन दिन आपके लिए उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है

🙏🏻 राधे राधे🙏🏻 पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 29 अगस्त 2021*

⛅ *दिन – रविवार*

⛅ *विक्रम संवत – 2078 (गुजरात – 2077)*

⛅ *शक संवत – 1943*

⛅ *अयन – दक्षिणायन*

⛅ *ऋतु – शरद* 

⛅ *मास – भाद्रपद (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार – श्रावण)*

⛅ *पक्ष – कृष्ण* 

⛅ *तिथि – सप्तमी रात्रि 11:26 तक तत्पश्चात अष्टमी*

⛅ *नक्षत्र – कृत्तिका पूर्ण रात्रि तक*

⛅ *योग – ध्रुव सुबह 06:45 तक तत्पश्चात व्याघात*

⛅  *राहुकाल – शाम 05:23 से शाम 06:57 तक*

⛅ *सूर्योदय – 06:22* 

⛅ *सूर्यास्त – 06:56*

⛅ *दिशाशूल -पश्चिम दिशा में*

⛅ *व्रत पर्व विवरण – शीतला सप्तमी, रविवारी सप्तमी (सूर्योदय से रात्रि 11:26 तक)*

 💥 *विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है।  (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *श्रीकृष्ण-जन्माष्टमीव्रत की कथा एवं विधि* 🌷

➡ *30 अगस्त  2021 सोमवार को जन्माष्टमी है ।*

🙏 *भविष्यपुराण उत्तरपर्व अध्याय – २४*

🙏 *राजा युधिष्ठिर ने कहा – अच्युत ! आप विस्तार से (अपने जन्म-दिन) जन्माष्टमी व्रत का विधान बतलाने की कृपा करें  |*

🙏 *भगवान् श्रीकृष्ण बोले – राजन ! जब मथुरा में कंस मारा गया, उस समय माता देवकी मुझे अपनी गोद में लेकर रोने लगीं | पिता वसुदेवजी भी मुझे तथा बलदेवजी  आलिंगन कर गद्गदवाणी से कहने लगे – ‘आज मेरा जन्म सफल हुआ, जो मैं अपने दोनों पुत्रों को कुशल से देख रहा हूँ | सौभाग्य से आज हम सभी एकत्र मिल रहे हैं  |’ हमारे माता-पिता को अति हर्षित देखकर बहुत से लोग वहाँ एकत्र हुए और मुझसे कहने लगे – ‘भगवन ! आपने बहुत बड़ा काम किया, जो इस दुष्ट कंसको मारा | हम सभी इससे बहुत पीड़ित थे | आप कृपाकर यह बतलाये कि आप माता देवकी के गर्भ से कब आविर्भूत हुए थे ? हम सब उस दिन महोत्सव मनाया करेंगे | आपको बार-बार नमस्कार है, हम सब आपकी शरण में  हैं | आप हम पर प्रसन्न होइये | उस समय पिता वसुदेवजी ने भी मुझसे कहा था कि अपना जन्मदिन इन्हें बता दो |’*

🙏 *तब मैंने मथुरानिवासी जनों को जन्माष्टमी व्रत का रहस्य बतलाया और कहा – ‘पुरवासियों ! आपलोग मेरे जन्म दिन को विश्व में जन्माष्टमी के नाम से प्रसारित करें | प्रत्येक धार्मिक व्यक्ति को जन्माष्टमी का व्रत अवश्य करना चाहिये | जिस समय सिंह राशि पर सूर्य और वृषराशिपर चन्द्रमा था, उस भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अर्धरात्रि में रोहिणी नक्षत्र में मेरा जन्म हुआ | वसुदेवजी के द्वारा माता देवकी के गर्भ से मैंने जन्म लिया | यह दिन संसार में जन्माष्टमी नाम से विख्यात होगा | प्रथम यह व्रत मथुरा में प्रसिद्ध हुआ और बाद में सभी लोकों में इसकी प्रसिद्धी हो गयी | इस व्रत के करने से संसार में शान्ति होगी, सुख प्राप्त होगा और प्राणिवर्ग रोगरहित होगा |’*

🙏 *महाराज युधिष्ठिर ने कहा – भगवन ! अब आप इस व्रत का विधान बतलाये, जिसके करने से आप प्रसन्न होते हैं |*

🙏 *भगवान श्रीकृष्ण बोले – महाराज ! इस एक ही व्रत के कर लेने से सात जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं  | व्रत के पहले दिन दंतधावन आदि करके व्रत का नियम ग्रहण करें  | व्रत के दिन मध्यान्ह में स्नान कर माता भगवती देवकी का एक सूतिका गृह बनाये | उसे पद्मरागमणि और वनमाला आदिसे सुशोभित करें  | गोकुल की भांति गोप, गोपी, घंटा, मृदंग, शंख और मांगल्य-कलश आदिसे समन्वित तथा अलंकृत सुतिका-गृह के द्वारपर रक्षा के लिए खणग, कृष्ण छाग, मुशल आदि रखे | दीवालों पर स्वस्तिक आदि मांगलिक चिन्ह बना दें | षष्ठीदेवी की भी नैवेद्य आदि के साथ स्थापना करें  | इस प्रकार यथाशक्ति उस सूतिकागृह को विभूषितकर बीच में पर्यंक के ऊपर मुझसहित अर्धसुप्तावस्थावाली, तपस्विनी माता देवकी की प्रतिमा स्थापित करें  | प्रतिमाएँ आठ प्रकार की होती हैं –स्वर्ण, चाँदी, ताम्र, पीतल, मृत्तिका, काष्ठ की मणिमयी तथा चित्रमयी | इनमे से किसी भी वस्तुकी सर्वलक्षणसम्पन्न प्रतिमा बनाकर स्थापित करें  | माता देवकी का स्तनपान करती हुई बालस्वरूप मेरी प्रतिमा उनके समीप पलंग के ऊपर स्थापित करें  | एक कन्या के साथ माता यशोदा की प्रतिमा भी वहां स्थापित की जाय | सूतिका-मंडप के ऊपर की भित्त्तियों में देवता, ग्रह, नाग तथा विद्याधर आदि की मूर्तियाँ हाथोसे पुष्प-वर्षा करते हुए बनाये | वसुदेवजी को सूतिकागृह के बाहर खणग और ढाल धारण किये चित्रित करना चाहिये | वसुदेवजी महर्षि कश्यप के अवतार हैं और देवकी माता अदितिकी | बलदेवजी शेषनाग के अवतार हैं, नन्दबाबा दक्षप्रजापति के, यशोदा दिति की और गर्गमुनि ब्रह्माजी के अवतार हैं | कंस कालनेमिका अवतार है | कंस के पहरेदारों को सूतिकागृह के आस-पास निद्रावस्था में चित्रित करना चाहिये | गौ, हाथी आदि तथा नाचती-गाती हुई अप्सराओं और गन्धर्वो की प्रतिमा भी बनाये | एक ओर कालिया नाग को यमुना के ह्रदय में स्थापित करें  |*

🙏 *इसप्रकार अत्यंत रमणीय नवसुतिका-गृह में देवी देवकी की स्थापनकर भक्ति से गंध, पुष्प, अक्षत, धूप, नारियल, दाडिम, ककड़ी, बीजपुर, सुपारी, नारंगी तथा पनस आदि जो फल उस देशमें उससमय प्राप्त हों, उन सबसे पूजनकर माता देवकी की इसप्रकार प्रार्थना करे –*

🌷  *गायभ्दि: किन्नराध्यै: सततपरिवृता वेणुवीणानीनादै भृंगारादर्शकुम्भप्रमरकृतकरै: सेव्यमाना मुनीन्द्रै: |*

*पर्यन्गे स्वास्तृते या मुदित्ततरमना: पुत्रिणी सम्यगास्ते सा देवी देवमाता जयति सुवदना देवकी कान्तरूपा ||*

🙏 *‘जिनके चारों ओर किन्नर आदि अपने हाथों में वेणु तथा वीणा-वाद्यों के द्वारा स्तुति-गान कर रहे हैं और जो अभिषेक-पात्र, आदर्श, मंगलमय कलश तथा चँवर हाथों में लिए श्रेष्ठ मुनिगणोंद्वारा सेवित हैं तथा जो कृष्ण-जननी भलीभांति बिछे हुए पलंगपर विराजमान हैं, उन कमनीय स्वरुपवाली सुवदना देवमाता अदिति-स्वरूपा देवी देवकी की जय हो |’*

🙏 *उससमय यह ध्यान करें कि कमलासना लक्ष्मी देवकी के चरण दबा रही हो | उन देवी लक्ष्मी की – ‘नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नम: |’ इस मन्त्र से पूजा करे | इसके बाद ‘ॐ देवक्यै नम:, ॐ वासुदेवाय नम:, ॐ बलभद्राय नम:, ॐ श्रीकृष्णाय नम:, ॐ सुभद्रायै नम:, ॐ नन्दाय नम: तथा ॐ यशोदायै नम:’ – इन नाम-मन्त्रों से सबका अलग-अलग पूजन करें  |*

🙏 *कुछ लोग चन्द्रमा के उदय हो जानेपर चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान कर हरि का ध्यान करते हैं, उन्हें निम्नलिखित मन्त्रों से हरि का ध्यान करना चाहिये –*

🌷 *अनघं वामनं शौरि वैकुण्ठ पुरुषोत्तमम |*

*वासुदेवं हृषीकेशं माधवं मधुसूदनम ||*

*वाराहं पुण्डरीकाक्षं नृसिंहं ब्राह्मणप्रियम |*

*दामोदरं पद्यनाभं केशवं गरुड़ध्वजम |*

 *गोविन्दमच्युतं कृष्णमनन्तमपराजितम |*

*अघोक्षजं जगद्विजं सर्गस्थित्यन्तकारणम |*

*अनादिनिधनं विष्णुं त्रैलोक्येश त्रिविक्रमम |*

*नारायण चतुर्बाहुं शंखचक्रगदाधरम |*

*पीताम्बरधरं नित्यं वनमालाविभूषितम |*

*श्रीवत्सांग जगत्सेतुं श्रीधरं श्रीपति हरिम || (उत्तरपर्व ५५/४६ – ५०)*

🙏 *इन मन्त्रों से भगवान् श्रीहरि का ध्यान करके ‘योगेश्वराय योगसम्भवाय योगपतये गोविन्दाय नमो नम:’ – इस मन्त्र से प्रतिमा को स्नान कराना चाहिये | अनन्तर ‘यज्ञेश्वराय यज्ञसम्भवाय यज्ञपतये गोविन्दाय नमो नम:’ – इस मंत्रसे अनुलोपन, अर्घ्य, धूप, दीप आदि अर्पण करें  | तदनंतर ‘विश्वाय विश्वेश्वराय विश्वसम्भवाय विश्वपतये गोविन्दाय नमो नम: |’ इस मन्त्र से नैवेद्य निवेदित करें  | दीप अर्पण करने का मन्त्र इसप्रकार हैं – धम्रेश्वराय धर्मपतये धर्मसम्भवाय गोविन्दाय नमो नम: |’*

🙏 *इसप्रकार वेदी के ऊपर रोहिणी-सहित चन्द्रमा, वसुदेव, देवकी, नन्द, यशोदा और बलदेवजी का पूजन करें , इससे सभी पापों से मुक्ति हो जाती हैं | चंद्रोदय के समय इस मन्त्र से चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान करें  –*

🌷 *क्षीरोदार्नवसम्भूत अत्रिनेत्रसमुद्भव |*

*गृहनार्घ्य शशाकेंदों रोहिण्या सहितो मम || (उत्तरपर्व ५५/५४)*

🙏 *आधी रात को गुड और घी से वसोर्धारा की आहुति देकर षष्ठीदेवी की पूजा करे | उसी क्षण नामकरण आदि संस्कार भी करने चाहिये | नवमी के दिन प्रात:काल मेरे ही समान भगवती का भी उत्सव करना चाहिये | इसके अनन्तर ब्राह्मणों को भोजन कराकर ‘कृष्णो में प्रीयताम’ कहकर यथाशक्ति दक्षिणा देनी चाहिये |*

🙏 *धर्मनंदन ! इसप्रकार जो मेरा भक्त पुरुष अथवा नारी देवी देवकी के इस महोत्सव को प्रतिवर्ष करता हैं, वह पुत्र, सन्तान, आरोग्य, धन-धान्य, सदगृह, दीर्घ आयुष्य और राज्य तथा सभी मनोरथों को प्राप्त करता हैं | जिस देशमें यह उत्सव किया जाता है, वहाँ जन्म-मरण, आवागमन की व्याधि, अवृष्टि तथा ईति-भीती आदि का कभी भय नहीं रहता | मेघ समयपर वर्षा करते हैं | पांडूपुत्र ! जिस घर में यह देवकी-व्रत किया जाता हैं, वहाँ अकालमृत्यु नहीं होती और न गर्भपात होता हैं तथा वैधव्य, दौर्भाग्य एवं कलह नहीं होता | जो एक बार भी इस व्रत को करता हैं, वह विष्णुलोक को प्राप्त होता है | इस व्रत के करनेवाले संसार के सभी सुखों को भोगकर अंत में विष्णुलोक में निवास करते हैं |*

🙏 *इति श्री भविष्यपुराण का उत्तरपर्व का चौवीसवाँ अध्याय समाप्त हुआ |*

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       🌞 ~ हिन्दू पंचाग ~ 🌞 

🙏🌷💐🌺🍀🌻🌸🌹🍁🙏पंचक

: 18 सितंबर दोपहर 3.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 6.45 बजे तक

एकादशी

सितंबर 2021: एकादशी व्रत

03 सितंबर: अजा एकादशी

17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी

प्रदोष

सितंबर 2021: प्रदोष व्रत

04 सितंबर: शनि प्रदोष

18 सितंबर: शनि प्रदोष व्रत

पूर्णिमा

20 सितंबर सोमवार भाद्रपद

अमावस्या

07 सितंबर, मंगलवार भाद्रपद अमावस्या

मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रखेगा। विद्यार्थियों को आज शिक्षा के क्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए परीक्षा की तैयारी में एकाग्रता बनाए रखें। नौकरी से जुड़े जातक यदि किसी पार्ट टाइम कार्य को करने की योजना बना रहे हैं, तो आज उसके लिए समय निकालने में कामयाब रहेंगे। आज आपको अपने घर व व्यापार कहीं भी क्रोध में कोई निर्णय नहीं लेना है, यदि आपने लिया, तो वह आपके लिए कोई बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। आय और व्यय मे भी आज आपको संतुलन बना कर रखना होगा, तभी आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत रख पाएंगे।

वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आज आप की व्यवसाय की योजनाएं लागू होंगी और जो भविष्य में आपको भरपूर लाभ भी अवश्य देंगी। कार्य क्षेत्र में आज कुछ व्यवधान आने के योग बनते दिख रही हैं। यदि ऐसा हो, तो आपको अपने शत्रुओं पर कड़ी नजर रखनी होगी। आज आप अपने परिजनों के साथ छोटी दूरी की यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं, लेकिन आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना होगा क्योंकि उसमें कुछ गिरावट आ सकती है। आज आपको व्यापार में धन लाभ प्राप्त हो सकता है।

मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए करियर में अच्छी तरक्की के योग बना रहा है, लेकिन किसी सहयोगी के कारण आज आपको विश्वासघात मिल सकता है, इसलिए आज आपको अपने मन में चल रहे विचारों को किसी से सांझा नहीं करना है। यदि ऐसा किया, तो आपके शत्रु उसका फायदा उठा सकते हैं। सायंकाल का समय आज आप किसी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित हो सकते हैं। जीवनसाथी को आज कोई उपहार भेट कर सकते हैं, जिसे देखकर वह प्रसन्न होंगी। आज आपके किसी मित्र के कारण आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ कार्य पूरा हो सकता है।

कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहेगा। परिवार में आज किसी सदस्य से आपको कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है, जिसकी आप लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति भी आज आप आसानी से कर पाएंगे। प्रेम जीवन जी रहे लोगों को आज अपने साथी के प्रति ईमानदार रहना होगा। यदि ऐसा नहीं किया, तो वह आपसे नाराज हो सकते हैं। परिवार की किसी महिला सदस्य से आज आपको आर्थिक सहयोग भी प्राप्त होता दिख रहा है।

सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए निश्चित रूप से फलदायक रहेगा। कार्यक्षेत्र में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आज आपको  उलझनो में पड़ने से बचना होगा। विद्यार्थियों को आज मनचाही सफलता पाने के लिए कठोर परिश्रम की आवश्यकता पड़ेगी। आज आपको अपने पिताजी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। यदि उनको कोई रोग पहले से ही सता रहा है, तो डॉक्टरी परामर्श अवश्य लें। यदि आज आपने जोखिम उठाने की सोची, तो वह आपके लिए नुकसान का सौदा हो सकता है।

 

कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)  

आज का दिन आपके लिए भाग्य के दृष्टिकोण से उत्तम रहेगा। ससुराल पक्ष से यदि संबंध में कोई दिक्कत चल रही थी, तो उसमें भी आज सुधार होगा। शासन में सत्ता का भी आज आपको भरपूर सहयोग मिलता दिख रहा है। बिजनेस कर रहे लोगों को आज  नए स्त्रोत प्राप्त होंगे। सायंकाल का समय आज आप अपने माता पिता की सेवा में व्यतीत करेंगे। ऑफिस में कार्य करने वाले लोगों को आज उनके शत्रु उनके साथी  बने नजर आएंगे, लेकिन वह  भी  उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है। रोजगार के क्षेत्र में आ रही समस्याओं का समाधान खोजने में आज आप सफल रहेंगे।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए उन्नति दायक रहेगा। व्यापार में बढ़ती हुई प्रोग्रेस को देखकर आपका मन प्रसन्न होगा, लेकिन आपको आज अपनी शान शौकत पर ज्यादा धन खर्च नहीं करना है क्योंकि इसे देखकर आपके शत्रु परेशान हो सकते हैं। संतान पक्ष की ओर से आपको आज कोई सुखद समाचार सुनने को मिल सकता है। यदि आपका कोई संपत्ति संबंधित विवाद कोर्ट कचहरी में चल रहा है, उसमें भी आज आपको जीत मिलेगी और विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे। सायंकाल का समय आज आप अपने किसी मित्र के घर जा सकते हैं।

वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope) 

आज का दिन आपको व्यवसाय की योजनाओं को लाभ मिलेगा। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य में खराबी आने के कारण आपका रूटिंग डगमगा सकता है, लेकिन आपको ध्यान देना होगा। यदि आपके कुछ कार्य जरूरी है, तो आप पहले उन्हें ही पूरा करें। जीवनसाथी की सलाह से आज आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी, लेकिन आपको व्यर्थ के धन को व्यय करने से बचना होगा। प्रेम जीवन में मधुरता आएगी। विद्यार्थियों को सहपाठियों का सहयोग मिलेगा। नौकरी कर रहे जातकों को आज ऑफिस में अपने अधिकारियों के साथ अच्छे संबंधों से लाभ मिलेगा।

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके लिए कुछ कठिनाइयों भरा रहेगा। भाई बहनों के साथ का आज आपको भरपूर लाभ मिलेगा। किसी बड़े अधिकारी की मदद से आज आपका लंबे समय से अटका हुआ कार्य संपन्न होगा। यदि आप किसी संपत्ति के क्रय विक्रय का मन बना रहे हैं, तो उसके चल व अचल पहलुओ को स्वाधीनता से जांच ले, लेकिन आज आपको अपने किसी रिश्तेदार के साथ धन के लेनदेन करने से बचना होगा, नहीं तो आपका वह धन फंस सकता है। लंबे समय से चली आ रही समस्याओं  से आज आपको मुक्ति मिलेगी, जिसके कारण आपका मन प्रसन्न होगा।

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)

आज का दिन आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। ऑफिस में आज आप किसी नए प्रोजेक्ट पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कार्य करेंगे। व्यापार कर रहे जातकों को आज सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। यदि आपका कोई संपत्ति संबंधित मामला चल रहा है, तो आज उसमें आपको लाभ होगा व आपको भी किसी संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। यदि लंबे समय से परिवार में कोई परेशानी चल रही थी, तो आज उसका समाधान मिलेगा।

कुंभ दैनिक राशिफल  (Aquarius Daily Horoscope) 

आज का दिन आपके आत्मविश्वास में वृद्धि का दिन रहेगा। विद्यार्थियों को आज अपनी शिक्षा के क्षेत्र में आ रही परेशानियों को अपने सीनियर व अपने गुरुजनों से सांझा करना होगा, जिसका वह लाभ भी अवश्य उठाएंगे। आज संतान के दायित्वो की पूर्ति करने में सफल रहेंगे। जीवनसाथी के साथ से किए जा रहे कार्य में आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी। यदि आपके कुछ लंबे समय से अटके हुए सभी कार्य आसानी से पूरे होगे। 

मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)

आज का दिन दिन आपके लिए उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है। सायंकाल के समय आज आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं, जिसका लाभ अवश्य मिलेगा। भाई व बहन की चिंता आज आपको सता रही थी, तो आज उनका रिश्ता पक्का हो सकता है। संतान पक्ष की ओर से आज आपको कोई अप्रिय समाचार सुनने को मिल सकता है, जिसके कारण आप थोड़ा परेशान नजर आएंगे। विवाह योग्य जातकों के लिए भी उत्तम विवाह के प्रस्ताव आएंगे।

दिनांक 29 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। 2 और 9 आपस में मिलकर 12 होते हैं। 12 की संख्या आपस में मिलकर 2 होती है इस तरह आपका मूलांक 2 होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है।

 

आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं।

 

शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29

 

शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92

 

शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036

 

ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव

 

शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे

 

कैसा रहेगा यह वर्ष

स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी।