8 हजार सैलरी वाला कर्मचारी बन गया 50 करोड़ का आसामी, ट्रांसफर भी रुकवा लेता है, एसीबी ने पकड़ा

<em>8 हजार सैलरी वाला कर्मचारी बन गया 50 करोड़ का आसामी, ट्रांसफर भी रुकवा लेता है, एसीबी ने पकड़ा</em>



😇 पांच बैंक लाॅकर अब भी खुलने बाकी
🤔 घर में 15 एसी, लाखों का इंटीरियर, सोने की घड़ियां, अफ्रीकन तोते और डाग्स भी
🤔 हर महीने पेमेंट से 1300 फीसदी ज्यादा कमाई
सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 8 दिसंबर। साल के अंत में एंटी करप्शन ब्यूरों की छापेमारी जारी है। इसमें आय से अधिक मामले में टीम ने दो ऐसे लोगों पर कार्रवाही की है। जिनकी महीने की पगार से 1300 फीसदी से ज्यादा की निकली। एसीबी अब इनके बैंक लॉकर को ओपन करने वाली है।
गौरतलब हो कि जयपुर में दीपक गुप्ता नाम के एक सरकारी कर्मचारी ने तूफान मचा रखा था। उसके पास से इतनी दौलत मिली है कि उसे गिनने और कैलकुलेशन के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की 7 टीमें अलग-अलग काम कर रही है। 1 दिन में 27 करोड़ रुपए ही कैलकुलेट किए जा सके हैं। जबकि अब उसके बैंक लॉकर खोले जाने हैं। करीब 5 बैंकों में अलग-अलग लॉकर बताए गए हैं। इन लाॅकर में करोड़ों रुपयों का सोना चांदी मिलने की संभावना बताई जा रही है। यह कर्मचारी है दीपक गुप्ता, जो लेखा अधिकारी है और जयपुर डिस्कॉम के जयपुर जिला सर्किल में हैं। दीपक गुप्ता के पिता का 1995 में निधन होने के बाद उसे अनुकंपा पर नौकरी मिली थी। 2005 में दीपक ने जूनियर अकाउंटेंट का एग्जाम दिया था। इस एग्जाम को पास करने के बाद दीपक को करीब 8 हजार रुपए मासिक वेतन मिलना शुरू हुआ था लेकिन धीरे-धीरे तरक्की हुई और तनख्वाह 70 हजार रुपए हुई। यहां तक तो सब सही था लेकिन दीपक को करोड़पति बनना था। कुछ साल में ही दीपक ने कमीशनबाजी का ऐसा खेल शुरू किया कि अब उसके पास जयपुर और आसपास के क्षेत्र में 50 करोड़ रुपए तक की प्रॉपर्टी मिलने की बात कही जा रही है। दीपक के पास विदेशी डॉग हैं, विदेशी पैरेट है। सोने चांदी के बर्तन हैं। खुद का प्राइवेट सिनेमा हॉल है। चांदी सोने के ढेर हैं। जयपुर में 6 घर हैं। जयपुर में खुद की होटल है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि दीपक के खिलाफ 2 महीने पहले ही शिकायत मिली थी। उसके बारे में इंटेलिजेंस को सूचना दी गई थी। इंटेलिजेंस के बाद यह जानकारी एसीबी को दी गई। एसीबी कार्रवाई करती इससे पहले ही दीपक गुप्ता ने काम छोड़ दिया और वह कई दिनों से घर बैठा था। वह ऑफिस नहीं आ रहा था। जब 4 साल पहले दीपक ने जयपुर के लहंगे इलाके वैशाली नगर में 4 मंजिल का मकान बनाया तो लोग हैरान रह गए कि एक सरकारी कार्मिक इतने पैसे कहां से लगा रहा है। उसके एक मकान में ही 15 महंगे एसी लगे हुए हैं। उसके घर में जो डॉग थे उनके लिए एसी रूम अलग से था। हर कमरे का इंटीरियर लाखों रुपयों का है। सोने की घड़ियां है। अफ्रीकन तोते हैं और 6 कारें हैं। सोने चांदी के बर्तन विशेष मेहमानों के साथ खाना खाने के लिए हैं। आज उसके कई लॉकर खोले जा रहे हैं और यह सर्च कल भी जारी रहने वाली है।