माता-पिता की मौत के बाद खुद को दो साल से कर रखा था कैद, पुलिस ने घर में बंद शख्स को निकाला बाहर, दिखा हैरान करने वाला नजारा, खून के रिश्तों ने किया किनारा

माता-पिता की मौत के बाद खुद को दो साल से कर रखा था कैद, पुलिस ने घर में बंद शख्स को निकाला बाहर, दिखा हैरान करने वाला नजारा, खून के रिश्तों ने किया किनारा


माता-पिता की मौत के बाद खुद को दो साल से कर रखा था कैद, पुलिस ने घर में बंद शख्स को निकाला बाहर, दिखा हैरान करने वाला नजारा, खून के रिश्तों ने किया किनारा

करनाल, 28 जुलाई। हरियाणा के करनाल जिले में एक शख्स पिछले दो साल से घर में बंद था। जिले के ज्योति नगर में घर में 2 साल से बन्द इस शख्स को सामाजिक संस्थाओं और पुलिस ने पड़ोसियों की मदद से बाहर निकाला। इस शख्स का नाम संजीव सहगल है और अपने माता-पिता की मौत के बाद अकेला रहता था। संजीव सहगल ने जब पहले उनकी माता और फिर पिता का देहांत हो गया तो अपने आपको घर में ही बन्द कर लिया। न बाहर जाना, न किसी से मुलाकात। बाहर से कभी खाना आ गया तो आ गया, वरना घर पर बनाया तो बनाया वरना भूखे रह गए लेकिन पिछले 2 साल से तो उन्होंने अपने आपको कमरे में कैद कर लिया। ये तक भूल गए सूरज की रोशनी क्या होती है। कई बार पड़ोसियों ने उनके भाई-बहन जो उनसे अलग रहते हैं उनको संजीव के कपड़े बदलने, उनकी हालत में सुधार करवाने, उनके अच्छे ढंग से रख रखाव के लिए बोला लेकिन उन्होंने अपने भाई की सुध नहीं ली। संजीव की मदद के लिए न भाई आगे आया, न बहन और ना ही कोई रिश्तेदार।

2 साल से संजीव ने कपड़े नहीं बदले। कुछ खाने को मिला तो सही, वर्ना ऐसे ही सो जाते थे, रोशनी घर की आई तो सही वरना अंधेरे को ही अपना मित्र बना लिया। रसोई में जमा पानी, काई, घूमते चूहे ये बात बताते हैं कि संजीव कोई नरकीय जीवन  जी रहे थे। संजीव की इस हालत पर भाई बहन तो मदद के लिए आगे आए नहीं तो थक हार कर पड़ोसियों को ही सामाजिक संस्था औऱ पुलिस को बुलाना पड़ा। संस्था से आए लोगों ने कहा कि संजीव को पहले आश्रम ले जाकर नहलाया जाएगा। कपड़े बदले जाएंगे और फिर हॉस्पिटल में इलाज के लिए लेकर जाया जाएगा।