छत्तीसगढ़ में 2 प्रकरण में 5 लोकसेवक को रिश्वत लेते किया ACB ने किया गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ में 2 प्रकरण में 5 लोकसेवक को रिश्वत लेते किया ACB ने किया गिरफ्तार


🛑 बीईओ, प्रिंसिपल, दो क्लर्क एक सहायक शिक्षक के खिलाफ हुई कार्रवाई

सीजी न्यूज ऑनलाइन 10 जनवरी । छत्तीसगढ़ में आज एंटी करप्शन ब्यूरो के द्वारा सेवानिवृत्त प्रधान पाठक से रिश्वत लेते शा.उ.मा.विद्यालय, पदमपुर मुंगेली के प्राचार्य एवं बाबू तथा दूसरे प्रकरण में जशपुर स्थानांतरित सहायक शिक्षक से रिश्वत लेते जिला सरगुजा के बीईओ सीतापुर, बाबू एवं सहयोगी शिक्षक गिरफ्तार किया गया।
एंटी करप्शन ब्यूरो से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रार्थी ईश्वर लाल भारती, सरकंडा बिलासपुर द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में शिकायत की गई थी कि उनकी शासकीय माध्यमिक शाला जरहागांव मुंगेली से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति उपरांत जीपीएफ, पेंशन व ग्रेच्युटी राशि का बिल निकालने के एवज में डीडीओ सह प्राचार्य शा.मा.वि. पदमपुर, मुंगेली मालिक गाम नेहार द्वारा 20,000 रुपए की मांग की गई थी तथा प्रार्थी द्वारा राशि देने के बाद भी बिल के एवज में 10,000 रुपये और रिश्वत की मांग की जा रही थी। प्रार्थी व्यथित हो गया था तथा और रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन दौरान मोलभाव कर 8.000 रुपये में सहमति हुई। आज ट्रैप आयोजित कर प्रार्थों से आरोपी मालिक राम मेहर एवं हनी शर्मा को 8,000 रू. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध चारा 7 एवं 12 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।

बीईओ बाबू एवं सहायक शिक्षक की गिरफ्तारी

दूसरे मामले में प्रार्थी चमर साय पैकरा, सहायक शिक्षक, शा.क.पू.मा.शा. बागबहार जिला जशपुर द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो अंबिकापुर में शिकायत की गई थी कि वह शा.क.पू.मा.शा. बोदा बतौली में पूर्व में पदस्थ या जहां से स्थानांतरण पश्चात् बागबहार जशपुर से वेतन आहरण हेतु एल.पी. सी. (अंतिम वेतन प्रमाण पत्र) एवं सेवा पुस्तिका देने के एवज में कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी सीतापुर, जिला-सरगुजा सरगुजा के बीईओ निखिलेश सिंह सेंगर एवं सहायक – राजकुमार प्रसाद द्वारा 15000 रूपये रिश्वत की मांग की गई थी। प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन पश्चात आज ट्रैप आयोजित की गई। प्रार्थी से मिथिलेश सिंह रोगर, राजकुमार प्रसाद एवं उनके सहयोगी अनुराग बरई सहायक शिक्षक प्रशा धरमपुर को 15000 रु. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। तीनों ही आरोपियों को गिरफतार कर उनके विरुद्धचा एवं 12 पीसीएक्ट 1908 के प्रावधान के तहत कार्यवाही की जा रही है।