सीजी न्यूज ऑनलाइन, 18 दिसंबर। रतनपुर क्षेत्र के निवासी सुयश दुबे के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें ठगों ने उनके नाम पर करोड़ों रुपये के फर्जी लेनदेन और अवैध गतिविधियों का आरोप लगाकर उनसे बैंक डिटेल्स मांगे। हालांकि सतर्कता दिखाते हुए सुयश ने ठगी का शिकार होने से बचते हुए तुरंत साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
फर्जी सीबीआई जांच के नाम पर ठगी का प्रयास
सोमवार सुबह बाजार जाते समय सुयश को अनजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को जांच अधिकारी बताते हुए दावा किया कि उनके नाम से दो बैंक खातों के जरिए करोड़ों रुपये का लेनदेन और अवैध गतिविधियां हो रही हैं। ठग ने बताया कि इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है और उन्हें इसकी सूचना गोपनीय रखने की सख्त हिदायत दी।
डर के चलते तीन हजार रुपये ट्रांसफर किए
डरे हुए सुयश ने ठग के निर्देश पर अपनी यूपीआई डिटेल और बैंक खाते की जानकारी साझा कर दी। इसके अलावा ठगों ने उनसे तुरंत ?3,500 ट्रांसफर करने को कहा, जो उन्होंने कर दिया। इसके बाद ठगों ने उन्हें ‘डिजिटल अरेस्ट’ की धमकी देकर अकेले एक कमरे में रहने को कहा।
परिजनों की सतर्कता से ठगी का पर्दाफाश
सुयश ने कमरे में जाने से पहले इस घटना की जानकारी अपने पिता को दी। पिता और परिचितों से चर्चा के बाद उन्हें समझ आया कि यह एक साइबर ठगी का मामला है। परिचित ने उन्हें साइबर क्राइम के टोल फ्री नंबर की जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई।
साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज
घटना का पता चलते ही सुयश ने ठगों के कॉल का जवाब देना बंद कर दिया और साइबर क्राइम पोर्टल पर मामले की शिकायत की। इस सतर्कता के कारण वे एक बड़े फ्रॉड का शिकार होने से बच गए।
पुलिस की अपील : सतर्क रहें, किसी से भी बैंक डिटेल साझा न करें
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान कॉल्स पर बैंक डिटेल्स साझा न करें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत रिपोर्ट करें।