एक युद्ध… अभद्र भाषा के विरुद्ध , स्कूली बच्चों को संस्कारवान बनाने की मुहिम, स्वयंसिद्धा के प्रोजेक्ट जागृति का हुआ शुभारंभ

एक युद्ध… अभद्र भाषा के विरुद्ध , स्कूली बच्चों को संस्कारवान बनाने की मुहिम, स्वयंसिद्धा के प्रोजेक्ट जागृति का हुआ शुभारंभ


भिलाई नगर 5 सितंबर। स्वयंसिद्धा ए मिशन छत्तीसगढ़ की अग्रणी महिला संस्था ने आज अपने ‘प्रोजेक्ट जागृति’ का ज्ञापन कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी को सौंपा। इस प्रोजेक्ट के द्वारा स्कूलों में बच्चों द्वारा प्रयोग होने वाले गंदी व अश्लील भाषा के दुष्प्रभाव को बताते हुए उन्हें जागरूक किया जायेगा एवं सभ्य व सुसंस्कृत भाषा में बात करने का संकल्प दिलवाया जाएगा।

“भाषा’ किसी भी बालक का प्रथम संस्कार, साक्षरता का प्रथम सोपान व शिक्षारम्भ का पहला पड़ाव है I किसी भी बच्चे को शिक्षित करने के लिए सबसे आवश्यक है कि उसकी भाषा सुदृढ़,सुगठित व सुसंस्कृत हो परंतु टीवी और मोबाइल के चलते ओटीटी व वेब सीरीज के बुरे प्रभाव के फलस्वरुप बच्चों की भाषा बेहद चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुकी है। इस भाषा से उनकी सोच बनती है और सोच से व्यवहार जो आगे चलकर महिलाओं पर अत्याचार के कारण बनते हैं I हम स्कूली बच्चों की भाषा सुधार विषयक कार्यक्रम चलाएंगे I साथ ही उनको अच्छी भाषा में बिना गाली गलौज के बात करने का संकल्प दिलवाएंगे I इसके लिए उनके माता-पिता अभिभावकों के लिए भी जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे”
कलेक्टर ल ने उनके ज्ञापन को तुरंत स्वीकृति प्रदान किया I जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा द्वारा हर शनिवार इस जागरूकता कार्यक्रम की मंजूरी दी गई व जिले के प्रत्येक शाला को सूचित कर दिया गया I
स्वयंसिद्धा की संरक्षक सदस्य डॉ.रजनी नेल्सन ने कहा 1 सितंबर से चल रहे साक्षरता उल्लास कार्यक्रम से जुड़कर हम इसका शुभारंभ कर रहे यह अच्छा प्रभाव छोड़ेगा” आज ही कलेक्टर मैडम ने झंडी दिखाकर साक्षरता रथ को रवाना किया और उसके साथ ही हम प्रोजेक्ट जागृति का शुरुआत कर रहे हैं इसकी हमें खुशी है। जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए स्वयंसिद्धा हमेशा से प्रतिबद्ध है “
जन-जन साक्षर का यह 8 दिवसीय कार्यक्रम पूरे जिले में चलाया जा रहा इसके साथ ही प्रोजेक्ट जागृति का भी क्रियान्वयन किया जाएगा I