🔴गुपचुप चल रहा था ऐसा खेल, सच जान दौड़े-दौड़े पहुंचे अफसर
सीजी न्यूज ऑनलाइन 01 नवंबर। छत्तीसगढ़ के एक सीआरपीएफ जवान के नाम पर ₹10 करोड़ की फर्जी कंपनी खोल दी गई. आयकर विभाग से नोटिस मिलने पर जवान के होश उड़ गए कि आखिर इतना बड़ा कारोबार कब हुआ. जांच में खुलासा हुआ कि उनके पैन कार्ड का इस्तेमाल कर साइबर ठगों ने यह फर्जीवाड़ा किया है.
छत्तीसगढ़ के बस्तर में तैनात सीआरपीएफ जवान विशेष कुमार कश्यप के लिए यह किसी झटके से कम नहीं था, जब उन्हें आयकर विभाग से 10.51 करोड़ रुपये के टर्नओवर का नोटिस मिला. हैरान जवान ने बताया कि उन्होंने कभी कोई कंपनी नहीं खोली और न ही इतनी बड़ी रकम का कोई लेनदेन किया. जांच में सामने आया कि किसी ने उनके पैन कार्ड का दुरुपयोग कर उनके नाम पर फर्जी कंपनी खोल ली थी.
10 करोड़ का लेनदेन और खुली पोल
आयकर विभाग ने यह नोटिस 2019-20 और 2020-21 के वित्तीय वर्ष के लेनदेन के आधार पर भेजा था. जांच के दौरान पता चला कि धोखेबाजों ने कश्यप की पहचान का इस्तेमाल करते हुए एक कंपनी रजिस्टर कर ली थी और करोड़ों का लेनदेन किया. जवान ने तुरंत बकावंड थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज किया है.
साइबर सेल की जांच में कोलकाता कनेक्शन
बस्तर साइबर सेल की प्रभारी गीतिका साहू ने बताया कि शुरुआती जांच में एक कोलकाता स्थित फर्म से जुड़ाव के संकेत मिले हैं. संदेह है कि उसी कंपनी ने जवान के पैन कार्ड की मदद से भारी वित्तीय गतिविधियां कीं. अधिकारियों ने संबंधित दस्तावेज मांगे हैं और उन बैंक खातों की जांच कर रहे हैं, जिनसे यह लेनदेन हुआ.
पहचान की चोरी और शेल कंपनी की साजिश
पुलिस और साइबर सेल को शक है कि यह मामला पहचान की चोरी और शेल कंपनियों के नेटवर्क से जुड़ा है. अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि जवान का पैन कार्ड कैसे और किसने हासिल किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘यह मामला किसी संगठित गैंग की साजिश लगता है.
आयकर विभाग और वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है.’ इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आम लोगों की वित्तीय जानकारी कितनी सुरक्षित है. पहचान की चोरी अब सिर्फ शहरी नहीं, ग्रामीण इलाकों तक पहुंच चुकी है, जिससे सावधानी और जागरूकता बेहद जरूरी हो गई है.


