सीजी न्यूज ऑनलाइन 23 सितंबर। वर्जीनिया की महिला ने ChatGPT की मदद से लॉटरी जीतकर 1.32 करोड़ रुपये कमाए। इस घटना ने AI की विश्वसनीयता पर बहस छेड़ दी है। क्या वाकई AI आपको करोड़पति बना सकता है, या यह सिर्फ किस्मत का खेल है?
क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आपको करोड़पति बना सकता है? अमेरिका की एक महिला की कहानी ने इस सवाल को चर्चा में ला दिया है। वर्जीनिया की कैरी एडवर्ड्स नाम की महिला ने ChatGPT की मदद से लॉटरी नंबर चुने और 1.32 करोड़ रुपये जीत लिए। अब यह मामला दुनियाभर में वायरल हो गया है, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई जानना जरूरी है।
AI से लॉटरी में 1.32 करोड़ की जीत
कैरी ने 8 सितंबर को वर्जीनिया लॉटरी के पावरबॉल ड्रॉ में हिस्सा लिया था। उन्होंने ChatGPT से लॉटरी के लिए नंबर पूछे, और उसी के बताए गए नंबरों से टिकट खरीदा। हैरानी की बात यह रही कि AI द्वारा सुझाए गए पहले पांच में से चार नंबर और पावरबॉल नंबर बिल्कुल सही निकले। इससे उन्हें पहले $50,000 का इनाम मिला, लेकिन पावर प्ले ऑप्शन चुनने पर यह इनाम बढ़कर $1,50,000 यानी करीब 1.32 करोड़ रुपये हो गया।
इस घटना के बाद कई लोग पूछने लगे हैं- क्या AI वाकई लॉटरी जैसे खेलों में जीत दिला सकता है? हालांकि, इस सवाल का जवाब इतना आसान नहीं है।
उदाहरण के लिए, लंदन के वेन विलियम्स नामक व्यक्ति ने मजाक में ChatGPT और DeepSeek से यूरोमिलियंस लॉटरी के लिए रैंडम नंबर पूछे। दोनों AI टूल्स ने उसे एक जैसे नंबर सुझाए- 7, 14, 23, 35, 42, 3 और 9। उन्होंने वही टिकट खरीदा, लेकिन एक भी नंबर मैच नहीं हुआ और वेन को कोई इनाम नहीं मिला।
महिला की किस्मत चमकी, पर क्या सबके साथ होगा ऐसा?
इसी तरह, एक मीडियम यूजर ने भी कई AI टूल्स जैसे Google Colab, Gemini 2.0 Flash, Grok 3, ChatGPT 4o और Claude 3.7 Sonnet से लॉटरी नंबर लेकर जर्मनी की लोकप्रिय लॉटरी ‘Lotto 6 aus 49’ में टिकट खरीदा। इस प्रक्रिया में उन्होंने लगभग 14.90 यूरो (लगभग ₹1350) खर्च किए, लेकिन कोई भी इनाम नहीं जीत सके।
इन सभी घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि AI केवल एक सहायक टूल है, यह किसी भी तरह की गारंटी नहीं देता। लॉटरी एक पूर्ण रूप से भाग्य आधारित खेल है, जिसमें कोई भी पैटर्न या तकनीकी गणना 100% सटीक नहीं हो सकती। AI अनुमान जरूर लगा सकता है, लेकिन वह केवल संभावनाओं पर आधारित होता है, न कि भविष्यवाणी पर।
AI से लॉटरी जीतना संभव जरूर है, लेकिन यह किसी निश्चित योजना का नतीजा नहीं बल्कि महज़ इत्तेफाक है। इस पर आंख बंद करके भरोसा करना सही नहीं होगा। AI आपकी मदद कर सकता है, लेकिन किस्मत कब किसका साथ दे, यह कोई नहीं जानता।