डीयू, दुर्ग के कुलपति द्वारा प्रकृति संरक्षण की दिशा में की अनुठी पहल

डीयू, दुर्ग के कुलपति द्वारा प्रकृति संरक्षण की दिशा में की अनुठी पहल


दुर्ग, 17 सितंबर। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के कुलपति, प्रो. (डॉ.) संजय तिवारी द्वारा प्रकृति संरक्षण की दिशा में कार्य करते हुए सर्किट हाउस, दुर्ग परिसर के सामने पीपल का पेड़ लगाया गया। कुलपति ने इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पीपल का पेड़ न केवल पुज्यनीय है बल्कि उसका औषधीय प्रयोग भी किया जाता है और कई रोगों में इसका लाभ लिया जा सकता है। उन्होंने पीपल के औषधीय गुणों का उल्लेख करते हुए कहा कि पीपल के प्रयोग से घाव, सूजन एवं दर्द से आराम मिलता है। पीपल खून को साफ करता है पीपल की छाल मूत्रविकार तथा पेट के रोगों के लिए लाभदायी होता है। डायबिटीज, ल्युकोरिया, सांसों के रोग में भी पीपल का प्रयोग लाभदायक होता है।

कुलपति ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि पीपल विषैली कार्बनडाइऑक्साईड को सोखता है और प्राणवायु ऑक्सीजन छोड़ता है। इसकी जड़े जमीन के भीतर बहुत गहरी और दूर तक फैली रहती है जिससे भूमिकटाव की संभावना कम हो जाती है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप, सहायक कुलसचिव, दिग्विजय कुमार, वृक्षमित्र मुकेश पांडे तथा अन्य कर्मचारीगण उपस्थित थे।