दुर्ग में पार्षद व MIC सदस्य तथा दवा प्रतिनिधि हुए ऑनलाइन ठगी का शिकार

दुर्ग में पार्षद व MIC सदस्य तथा दवा प्रतिनिधि हुए ऑनलाइन ठगी का शिकार


🔴 दोनों के बैंक खातों से बिना जानकारी के निकले 2.40 लाख, सिटी कोतवाली दुर्ग थाने में अपराध दर्ज

दुर्ग, 12 सितंबर। सिटी कोतवाली दुर्ग थाना क्षेत्र के अंतर्गत पार्षद एवं एमआईसी सदस्य के बैंक खाते से ₹90000 तथा दवा प्रतिनिधि के बैंक खाते से करीब डेढ़ लाख रुपए बिना जानकारी के निकाल लिए गए। ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए दोनों ही प्रार्थी को बैंक खाते से लिंक मोबाइल पर मैसेज प्राप्त होता रहा। दोनों ही की शिकायत पर से सिटी कोतवाली पुलिस के द्वारा अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद कर विवेचना में लिया है।

दुर्ग पुलिस ने बताया कि देवराज देवांगन पिता भागवत प्रसाद देवांगन उम्र 26 वर्ष साकिन वार्ड नं 06 ठेठवार पारा गया नगर परेतिन चौरा के सामने दुर्ग में रहता है। मेडिकल रिप्रेजेटिव का कार्य करता है। देवराज देवांगन का सेलरी एकाउंट एचडीएफसी बैंक स्टेशन रोड दुर्ग में है। सेलरी एकाउंट से लिंक मोबाईल नंबर मे 9 सितंबर को मोबाईल चेक किया तो बैंक से आये ट्राजक्शन मैसेज द्वारा पता चला कि सेलरी एकाउंट से 8 सितंबर को 10,000 के 06 ट्राजक्शन कुल 60,000 एवं  सिपिग फिक्स डिपाजिट को तोडकर एकांउट से 04 बार में 34000 रू  एवं  एचडीएफसी बैंक के ही क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर अज्ञात व्यक्ति द्वारा 9 सितंबर को06 बार ट्राजक्शन कर देवराज देवांगन के एकाउंट से कुल 56000 रू इस तरह उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा यूपीआई ट्राजक्शन के माध्यम से कुल रकम 1,50,000  रूपये का धोखाधडी किया गया है। बैंक द्वारा उक्त मैसेज दिखाने पर सायबर फ्राड होना बताया। जिसका सायबर पोर्टल में 10 सितंबर को देवराज देवांगन ने शिकायत दर्ज कराई। दूसरे दिन सिटी कोतवाली थाने में शिकायत की गई। इस पर सिटी कोतवाली पुलिस के द्वारा अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 318(4) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मिली है।

पार्षद एवं एमआईसी सदस्य के साथ 90000 रुपए की ठगी

नरेंद्र कुमार बंजारे स्वर्गीय गोवर्धन लाल बंजारे 49 वर्ष वार्ड नं 03 चंडिका अस्पताल के बाजू में मठपारा दुर्ग में रहता है। वार्ड नं 03 मठपारा दुर्ग मे पार्षद एवं नगर पालिक निगम दुर्ग में एमआईसी सदस्य हैं। 9 सितंबर को पार्षद के यूनियन बैंक आफ इंडिया शाखा जिला पंचायत शाखा के सेविंग एकाउंट से लिंक मोबाईल नंबर 49500 रू के ट्राजक्शन मैसेज आया। जबकि पार्षद के द्वारा कोई ट्राजक्शन नहीं किया गया था। इस पर पार्षद ने यूनियन बैंक आफ इंडिया बैक जाकर पता किया तब जानकारी प्राप्त हुई की 9 सितंबर को 49500 रू एवं 40,000 रू कुल 89500 रू किसी अज्ञात के द्वारा यूपीआई के माध्यम से ट्राजक्शन कर धोखाधडी की गई है। इस पर पार्षद के द्वारा तत्काल 1930 सायबर पोर्टल मे काल कर शिकायत दर्ज कराया हूं। मोहन नगर थाने में की गई शिकायत पर से अज्ञात आरोपी के खिलाफ पुलिस के द्वारा धारा 318(4) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।