🔴 वासु चक्रवर्ती की याचिका से लेना-देना नहीं, निष्कासित हैं..
सीजी न्यूज ऑनलाइन, 30 अगस्त। विष्णुदेव साय कैबिनेट में 14 वें मंत्री के खिलाफ कांग्रेस हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर रही है। यह याचिका पार्टी की तरफ से दायर की जाएगी। खास बात ये है कि रायपुर के वासु चक्रवर्ती ने भी याचिका दायर की है।
चक्रवर्ती की याचिका को कांग्रेस से जोड़कर देखा जा रहा था। मगर संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि वासु चक्रवर्ती की याचिका का कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी ने उन्हें वर्ष 2015 में निकाल दिया था।
शुक्ला ने कहा कि पार्टी 14 वें मंत्री को लेकर याचिका दायर करने जा रही है। इसकी तैयारी चल रही है। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार में हाल ही में तीन नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई, जिससे कैबिनेट का आकार 11 से बढ़कर 14 सदस्यीय हो गया है। इसका कांग्रेस ने कड़ा विरोध किया था। अब इसे लेकर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर दी गई है। याचिका में सामान्य प्रशासन विभाग, मुख्यमंत्री सहित सभी 14 मंत्रियों को पक्षकार बनाया गया है। शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता वासु चक्रवर्ती से शपथपत्र मांगा है।
अदालत ने जनहित याचिका की गंभीरता परखने के लिए उनसे उनके सामाजिक कार्यों और पृष्ठभूमि का विवरण प्रस्तुत करने को कहा है। साथ ही राज्य शासन को भी इस मामले में पक्ष रखने को कहा गया है। अब अगली सुनवाई मंगलवार, 2 सितंबर को होगी।
याचिका में कहा गया कि विधानसभा में मंत्रिमंडल की संख्या कुल सीटों के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सकती। छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों के हिसाब से यह संख्या अधिकतम 13.50 यानी 13 मंत्री होनी चाहिए। लेकिन 20 अगस्त को तीन नए मंत्री बनाए जाने के बाद कैबिनेट में अब 14 सदस्य हो गए हैं, जो इस सीमा से अधिक है। कांग्रेस का कहना है कि यह संविधान के अनुच्छेद 164 (1 क) का उल्लंघन है।
दूसरी ओर, भाजपा इसे लेकर हरियाणा में लागू फार्मूले का उदाहरण पेश कर रही है और कांग्रेस के आरोपों को निराधार बता रही है। फिलहाल, हाईकोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई में दोंनो पक्षों के तर्क सुनेगा।