दुर्ग, 6 अगस्त। थाना कोतवाली दुर्ग पुलिस ने ऑपरेशन विश्वास के तहत बड़ी कार्यवाही की गई है। अवैध रूप से गांजा बिक्री करने वाले 02 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपियों को मुखबीर की सूचना पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों के कब्जे से कुल 21.260 किलोग्राम गांजा कीमती 2,10,000/- रूपए व एक विवो कंपनी का मोबाईल जप्त किया गया है। आरोपियों के विरूद्ध नारकोटिक्स एक्ट के तहत् वैधानिक कार्यवाही की गई है।

जिला पुलिस प्रवक्ता श्रीमती पद्मश्री तंवर ने बताया कि दुर्ग पुलिस द्वारा अवैध मादक पदार्थों के बिक्री एवं परिवहन के विरुद्ध कार्यवाही हेतु चलाए जा रहे हैं ऑपरेशन विश्वास अभियान के तहत मादक पदार्थों के विरुद्ध लगातार नशे के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। जिसमे पुनः दुर्ग कोतवाली पुलिस को अवैध रूप से गांजा विक्रय करने वाले को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुयी हैं। 5 अगस्त को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुआ कि जिला अस्पताल दुर्ग के आगे बंद नल घर के पास दो व्यक्ति मादक पदार्थ भारी मात्रा में गांजा अपने पास रखकर ग्राहक की तलाश कर रहे है कि मुखबिर सूचना तस्दीक पर मौके पर पहुंचकर मुखबिर के बताये हुलिया मुताबिक पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर उक्त व्यक्तियों को पकड़ा गया एवं कड़ाई से पूछताछ की गई जो अपना-अपना नाम 01. मोहित जायसवाल पिता भोला जायसवाल उम्र 20 साल 02. डब्ल्यू बंसकार पिता उमेश बंसकार उम्र 20 साल दोनो निवासी ग्राम चाका मुंडीचर प्रयागराज (उ.प्र.) बताये। पूछताछ पर आरोपियों द्वारा बताया गया कि उक्त गांजा को उड़िसा से खरीद कर बस में बैठकर दुर्ग आये तथा दुर्ग से ट्रेन पकड़कर वापस ईलाहाबाद प्रयागराज जाते, आरोपियों के बताये अनुसार दुर्ग कोतवाली पुलिस द्वारा एण्ड टू एण्ड की कार्यवाही की जा रही है। आरोपियों के कब्जे से कुल 21.260 किलोग्राम गांजा कीमती लगभग 2,10,000/- रूपए एवं एक विवो कंपनी का मोबाईल को गवाहों के समक्ष जप्त कर कब्जा पुलिस लिया गया। आरोपियों का कृत्य धारा 20(बी)(सी) एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत अपराध घटित करना पाये जाने पर आरोपीगणों को विधिवत् गिरफ्तार कर थाना सिटी कोतवाली दुर्ग में अपराध क्रमांक 374/2025, धारा 20(बी)(सी) एनडीपीएस एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया जाता है। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक तापेश्वर सिंह नेताम, सउनि रामकृष्ण तिवारी, आरक्षक सुरेश जायसवाल, केशव कुमार, हेमशंकर साहू का विशेष योगदान रहा।