🛑 यूनिवर्सल रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल की नई यूनिट होगी स्थापित
🛑 हेड हार्डेंड रेल के बारे में सेल अध्यक्ष के सामने सीटू ने उठाया था सवाल
भिलाई नगर 13 मई। हेड हार्डेंड रेल का प्रोडक्शन भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा शीघ्र ही किया जाएगा। यूनिवर्सल रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल की नई यूनिट भिलाई इस्पात संयंत्र में ही लगाने की मंजूरी मिल चुकी है। रेलवे द्वारा इन पुत्री का इस्तेमाल करने के बाद से ट्रेन की गति बढ़कर 160 किलोमीटर हो जाएगी।
इस संबंध में सीटू भिलाई के महासचिव जगन्नाथ त्रिवेदी ने बताया कि इस प्रोडक्ट की गंभीरता को ध्यान रखते हुए ही सीटू के वरिष्ठ पदाधिकारी के द्वारा हेड हार्डेंड रेल के बारे में सेल अध्यक्ष के साथ आज से 4 साल पहले 28.10.2022 को हुए संयुक्त बैठक में इस विषय को ध्यान में लाया था। सेल अध्यक्ष से पूछा था कि हेड हार्डेंड रेल के मामले में भिलाई इस्पात संयंत्र की क्या तैयारी है।
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे ने यह स्पष्ट कर दिया था कि भविष्य में वे हेड हार्डेंड रेल ही खरीदेगी। यदि भिलाई इस्पात संयंत्र के यूआरएम विभाग में उक्त हेड हार्डेड रेल का निर्माण किया जाता है, तो उत्पादन एक तिहाई हो जाएगा। ऐसी परिस्थिति में भिलाई इस्पात संयंत्र को हेड हार्डेंड रेल उत्पादन को ध्यान में रखते हुए विस्तार एवं आधुनिकीकरण करना होगा। प्रबंधन की ओर से यह जवाब दिया गया था कि यदि रेलवे से हमें आर्डर का आश्वासन मिले तो हम निश्चित रूप से इस दिशा में आगे बढ़ेंगे।

सीटू हर मंच पर उठाता रहा हेड हार्डेंड रेल के विषय को
भारतीय रेलवे द्वारा सेल प्रबंधन को लिखे पत्र का अध्ययन के पश्चात सीटू उच्च प्रबंधन के साथ होने वाले हर बैठक में हेड हार्डेड रेल बनाने के लिए आवश्यक तैयारी के संदर्भ में सवाल उठता रहा है हाल ही में कार्यपालक निदेशक संकार्य एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज के साथ अप्रैल में हुई बैठक के दौरान इस मुद्दे को उठाया था। जिस पर दोनों अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि 29 अप्रैल को होने वाले सेल बोर्ड की बैठक में इस विषय पर सकारात्मक निर्णय लाने के पक्ष में कार्य कर रहे हैं। जल्द ही इसके नतीजे सामने आएंगे एवं उनके कहे अनुसार नतीजा सबके सामने है। लगभग 4 से 5 साल के अंदर भिलाई में नया यूनिवर्सल रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल दिखने लगेगा।
नया यूनिवर्सल रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल के लिए सीटू ने दिया बधाई
नई रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल के भिलाई इस्पात संयंत्र को मिलने पर सीटू ने सेल प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए भिलाई प्रबंधन एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के श्रमिक बिरादरी को बधाई दी है क्योंकि यह नया यूनिवर्सल रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल के भिलाई इस्पात संयंत्र को मिलने अथवा न मिलने की अटकलें तेज थी। इसी बीच नए यूनिवर्सल रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल को भिलाई इस्पात संयंत्र में स्थापित करने के संबंध में स्टेज 1 अनुमोदन मिला है।
भारतीय रेलवे के इतिहास में नया अध्याय जोड़ेगा हिट ट्रीटेड रेल
सीटू नेता ने कहा कि हिट ट्रीटेड हेड हार्डेड रेल आने से भारतीय रेलवे की दिशा एवं दशा में आमूल चूल परिवर्तन आएगा। हिट ट्रीटेड रेल के आने से पटरी पर मालगाड़ी द्वारा वजन ले जाने की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगा। 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली यात्री गाड़ियां 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इन पटरियो पर दौड़ेगी। मालगाड़ी अभी 50 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से दौड़ती है। जिसकी रफ्तार बढ़कर 100 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगा। इन परिवर्तनों से भारतीय रेलवे में नई क्रांति आना तय है।
दशको तक रहेगा भिलाई का भविष्य सुरक्षित
यूनिवर्सल रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल आने से भिलाई इस्पात संयंत्र का भविष्य तो सुरक्षित होगा I इसी के साथ संयंत्र का मुनाफा एवं उत्पादन की क्षमता में भी वृद्धि होगा। क्योंकि हिट ट्रीटेड रेल देश का भविष्य है और उसका निर्माण भिलाई इस्पात संयंत्र करने जा रहा है इसीलिए दशको को तक भिलाई का भविष्य सुरक्षित रहना तय है।