भूतों से करता था बात! ऑनलाइन मंगाया हथियार, डमी पर की प्रैक्टिस

भूतों से करता था बात! ऑनलाइन मंगाया हथियार, डमी पर की प्रैक्टिस


🛑 फिर परिवार के साथ खेला PUBG वाला खेल

सीजी न्यूज ऑनलाइन 13 मई। केरल की एक अदालत ने एक व्यक्ति को उसके माता-पिता और परिवार के तीन अन्य लोगों की हत्या का दोषी ठहराया है. यह मामला आठ साल पहले तिरुवनंतपुरम के पास नंथनकोड में हुआ था. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.

गर्मियों की एक रात… जब पूरा शहर चैन की नींद सो रहा था, एक घर के अंदर रची जा रही थी एक ऐसी खौफनाक कहानी, जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया. नंथनकोड की उस शांत कॉलोनी में, जहां आमतौर पर सुबह चाय की चुस्कियों और बच्चों की हंसी से दिन शुरू होता था, वहां 6 अप्रैल 2017 की सुबह सिर्फ धुएं की गंध और पुलिस सायरन की आवाज थी. यह वही सुबह थी, जब भारत ने एक ऐसे पारिवारिक हत्याकांड की सच्चाई देखी, जो न सिर्फ हैवानियत की हदें पार कर चुका था, बल्कि मानवता पर भी सवाल उठा गया था. जी हां हम बात कर रहे हैं नंथनकोड परिवार हत्याकांड के बारे में.

28 साल का कैडेल जीनसन राजा, एक पढ़ा-लिखा, मगर दिमागी रूप से बीमार, जिसे अब अदालत ने चार लोगों की निर्मम हत्या के लिए दोषी ठहराया है. घटना अप्रैल 2017 की है, जब नंथनकोड स्थित राजा परिवार के घर से भयानक बदबू आ रही थी. पुलिस जब मौके पर पहुँची, तो वहां का नजारा रोंगटे खड़े कर देने वाला था. चार शव, जिनमें से तीन जले हुए थे और एक सड़ा-गला हुआ, घर के अलग-अलग हिस्सों में पड़े थे. मरने वालों में कैडेल की मां जीन पद्मा, पिता राजा थंगम, बहन कैरोलीन, और नेत्रहीन मौसी ललिता थीं. शुरुआत में यह हादसा लग रहा था, लेकिन फॉरेंसिक जांच ने जल्द ही यह साफ कर दिया कि यह एक सोची-समझी हत्या थी. हैरानी की बात यह थी कि हत्यारा कोई और नहीं, बल्कि घर का ही बेटा कैडेल था.

पहले किया कैमरा बंद… फिर


पुलिस ने बताया कि कैडेल ने हत्याओं की प्लानिंग बहुत ही तरीके से की थी. उसने घर के सीसीटीवी कैमरों को डिस्कनेक्ट कर दिया था. फिर अपने परिवार के लोगों पर अलग-अलग करके हमला कर, अपने माता-पिता, बहन और मौसी को मौत के घाट उतारा. ललिता के शरीर पर 22 घाव मिले, कैरोलीन के शरीर पर 12, मां के शरीर पर 9 और पिता के सिर पर 7 गहरे घाव थे. पुलिस ने बताया कि कैडेल ने हत्या से पहले महीनों तक खुद को डमी पुतलों पर ट्रेनिंग दी थी. उसने हथियार ऑनलाइन ऑर्डर किए थे. इतना ही नहीं उसने वीडियो गेम देख कुल्हाड़ी भी ली थी, जो गेम में दिखाए जाने वाले हथियार से मिलती-जुलती थी. हत्या के बाद, उनके शवों को जलाने की कोशिश की. फिर वह चेन्नई भाग गया, जहां से उसे कुछ दिनों बाद तिरुवनंतपुरम रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया गया.

कहा- मैं पागल हूं…


गिरफ्तारी के बाद कैडेल ने पुलिस को बताया कि उसने ये हत्याएं ‘एस्ट्रल प्रोजेक्शन’ (आत्मा के कहने पर) की हैं. उसे कुछ समझ नहीं आया तो उसने कहा कि वह आत्माओं से बात कर सकता है और सालों से इसकी ट्रेनिंग ले रहा है. हालांकि, पुलिस और एक्सपर्ट्स ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि केडल के मन में अपने माता-पिता के प्रति सालों से पल रही थी. कैडेल की मानसिक स्थिति इस मामले में एक महत्वपूर्ण पहलू थी. 2017 में मेडिकल इवैल्यूएशन में उसे स्किजोफ्रेनिया का पता चला था, जिसके बाद उसे इलाज के लिए एक साइकियाट्रिक फैसिलिटी में भेजा गया था. हालांकि, प्रॉसिक्यूशन ने तर्क दिया कि हत्याएं पूरी प्लानिंग के साथ और जानबूझकर की गई थी.

पड़ोसियों ने खोला हैरान कर देने वाला राज


कैडेल के कमरे से पुलिस को एक डायरी मिली, जिसमें उसके अपने मन की बातें लिखी हुई थीं. जांच अधिकारियों का मानना है कि यही डायरी उसकी हत्याओं का ब्लूप्रिंट बनी. वहीं इस मामले में 41 गवाहों ने बयान दिए, जिनमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स, जांच अधिकारी, पड़ोसी और दोस्त शामिल थे. इन गवाहों ने कैडेल को लेकर कई हैरान होने वाले राज खोले. अब सोमवार को कोर्ट ने उसे हत्या, सबूत मिटाने, गैर-कानूनी रूप से बंधक बनाने, पेट्रोल से आग लगाने और घातक हथियारों के प्रयोग के तहत दोषी पाया. सजा का ऐलान मंगलवार को किया जाएगा.