सीजी न्यूज ऑनलाइन खेल डेस्क 24 दिसंबर । भारत के महान स्पिनर में शामिल रविचंद्रन अश्विन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और चयनकर्ताओं पर तंज कसा है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बीच में अपने संन्यास की घोषणा कर सबको चौंकाने वाले इस दिग्गज ने टीम इंडिया की कप्तानी के लिए नहीं चुने जाने पर अपनी बात रखी. अश्विन ने 18 दिसंबर को अचानक अपने संन्यास की घोषणा कर सभी क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया. यह घोषणा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के तीसरे टेस्ट मैच के ड्रॉ होने के बाद की गई, जो गाबा में लगातार बारिश के कारण हुआ.
आर अश्विन ने अपने करियर में 287 इंटरनेशनल मैच खेले और 765 विकेट लिए. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में फर्स्ट क्लास क्रिकेट पर कप्तानी की है. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में पंजाब किंग्स की भी दो सीजन—2018 और 2019 में कप्तानी की थी. हालांकि, उन्हें कभी भी टेस्ट क्रिकेट में भारत की कप्तानी का मौका नहीं मिला. उन्हें सबसे लंबे प्रारूप में उप-कप्तानी का सम्मान भी नहीं मिला.
अश्विन ने स्काई स्पोर्ट्स पॉडकास्ट पर कहा, “यह दिलचस्प है. मैं इतना समझदार हूं कि जानता हूं कि मेरे लिए क्या काम करता है और किसी और के लिए क्या नहीं. जब मैंने अपना करियर शुरू किया, तो मुझे बहुत जल्दी फर्स्ट क्लास की कप्तानी मिल गई. मैंने अपनी टीम के लिए कुछ टूर्नामेंट जीते हैं. मुझे विश्वास था कि मुझमें यह क्षमता है, लेकिन मुझे इस बात का कोई पछतावा नहीं है कि मैं अपने देश की कप्तानी नहीं कर सका क्योंकि ये चीजें मेरे नियंत्रण में नहीं हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “मैंने महसूस किया कि किसी को यह महसूस करना चाहिए कि मैं टीम की कप्तानी के लिए अच्छा हूं, मुझे टीम के अन्य 15-20 लोगों को अपने साथ लाना होगा ताकि मैं टीम की कप्तानी कर सकूं. यह मेरे जीवन के इस अध्याय के लिए नहीं था. मुझे नहीं लगता कि इस कार्यालय या कॉर्पोरेट ने महसूस किया कि मैं टीम की कप्तानी के लिए अच्छा हूं. इसका मतलब यह नहीं है कि मैं नेतृत्व के लिए अच्छा नहीं हूं. नेतृत्व के लिए आपको एक टाइटल की आवश्यकता नहीं है क्योंकि, मेरे भीतर, मैं उस समूह में एक महान नेता था जो दूसरों की सफलता में योगदान देने में सक्षम था. मैंने योगदान के क्षेत्रों की तलाश की. मैंने इसे अपनी पूरी क्षमता के साथ किया.”