भिलाईनगर 04 नवंबर। नेवई थाना अंतर्गत मोबाइल दुकान संचालक के खाते से ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए 1 करोड़ 20 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन करने का मामला प्रकाश में आया है। रिपोर्ट पर पुलिस मामले में धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना कर रही है।
नेवई पुलिस ने बताया कि रमेश कुमार मारकंडे की नेवई में मोबाइल की दुकान है। दिसंबर 2023 में उसके भतीजे का दोस्त विकास चंद्राकर उसकी दुकान में अपना मोबाइल बनवाने के लिए आया था। उसने रमेश से एक मोबाइल चलाने के लिए स्टैंडबाई के रूप में मांगा। दुकान में ग्राहक होने से रमेश ने उसे जो मोबाइल चलाने के लिए दिया, उसमें से सिम निकाला भूल गया। जो सिम उस मोबाइल में लगा था उसी से वो अपने करंट अकाउंट का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी करता था। विकास ने उसका फायदा उठाया और 13 दिसंबर 2023 को रमेश के खाते से चार-पांच घंटे के भीतर ही एक करोड़ 20 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया। इतनी बड़ी रकम कुछ ही देर में निकलने पर बैंक से रमेश के पास फोन आया। रमेश को जब पता चला तो उसके होश उड़ गए। बैंक द्वारा कहा गया कि आप बैंक में आकर संपर्क करें। इस पर रमेश ने तुरंत अपने भतीजे को बैंक भेजा। बैंक जाने पर पता चला कि उसी के दोस्त विकास चंद्राकर ने खाते से लिंक सिम और मोबाइल पाकर 1 करोड़ 20 लाख रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया है। जब रमेश ने विकास चंद्राकर को फोन लगाया और पूछा कि जो मोबाइल वो ले गया है उसमें उसका सिम लगा था। उसने उसके खाते से ऑनलाइन 1 करोड़ 20 लाख रुपए निकाला है। इस पर विकास ने उन्हें कहा कि वह इस समय बेंगलुरु में है वापस आने पर उससे मिलेगा। बाद में उसने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया और बेंगलुरु से वापस नहीं आया। नेवई पुलिस के द्वारा आरोपी विकास चंद्राकर के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध पंजी मत कर विवेचना में लिया है।
मोबाइल दुकान संचालक के खाते से बिना जानकारी के 1.20 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन, कोर्ट के आदेश पर अपराध दर्ज