BIG BREAKING : अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल भिलाई के पूर्व डायरेक्टर डॉ एमके खंडूजा कोलकाता से गिरफ्तार, 1 साल से डॉक्टर था फरार, 19 करोड़ के धोखाधड़ी का मामला

BIG BREAKING : अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल भिलाई के पूर्व डायरेक्टर डॉ एमके खंडूजा कोलकाता से गिरफ्तार, 1 साल से डॉक्टर था फरार, 19 करोड़ के धोखाधड़ी का मामला



भिलाई नगर, 20 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ, अपोलो बी.एस.आर हॉस्पिटल स्मृति नगर के पूर्व डायरेक्टर, बीएसआर स्कैन सेंटर भिलाई-दुर्ग-नागपुर के डायरेक्टर डॉक्टर एम के खंडूजा को कोलकाता पश्चिम बंगाल में रविवार की रात्रि गिरफ्तार किया गया है। छावनी थाना के धोखाधड़ी के मामले में भिलाई से गई पुलिस टीम में उप निरीक्षक वरुण देवता एवं प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह ने यह गिरफ्तारी शनिवार-रविवार की देर रात्रि की है। आरोपी डॉक्टर खंडूजा को भिलाई लाया गया है।
पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि बताया 1 साल पहले थाना छावनी में आरोपी डॉक्टर एमके खंडूजा के खिलाफ भादवि की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध हुआ था। डॉक्टर खंडूजा पर आरोप है कि उसके द्वारा 19 करोड़ की धोखाधड़ी की गई थी। डॉ.एम के खंडूजा पिछले 1 साल से अधिक समय से अपने परिवार सहित भिलाई से गायब हो गए थे। उनके खिलाफ विभिन्न थानों में धोखाधड़ी, चेक बाउंस के अनेक शिकायतें लंबित हैं। डॉ एमके खंडूजा की गिरफ्तारी के बाद छावनी पुलिस भिलाई पहुंच गई है। एसपी शुक्ला ने कहा है कि डॉक्टर खंडूजा की गिरफ्तारी के बाद और भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज होने की संभावना है। डॉ एमके खंडूजा के खिलाफ एक साल पहले छावनी थाना में मामला दर्ज किया गया था। आरोपी डॉक्टर खंडूजा के द्वारा अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल का सौदा करने के बाद उक्त राशि ली गई थी एवं सौदे के अनुसार अस्पताल का विक्रय प्रार्थी से न करते हुए दूसरी पार्टी से रुपए लेकर अस्पताल बेच दिया था जिसके कारण यह मामला दर्ज हुआ था। विगत 1 वर्ष से डॉक्टर खंडूजा धोखाधड़ी के बाद फरार था।

क्या है मामला

पुलिस अधीक्षक दुर्ग जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि डॉ एमके खंडूजा के खिलाफ एक साल पहले छावनी थाना में मामला दर्ज किया गया था। करीब 19 करोड रुपए की डॉक्टर खंडूजा के द्वारा ठगी की गई है। आरोपी डॉक्टर खंडूजा के द्वारा अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल का सौदा करने के बाद उक्त राशि ली गई थी एवं सौदे के अनुसार अस्पताल का विक्रय प्रार्थी से ना करते हुए दूसरी पार्टी को रुपए लेकर अस्पताल बेच दिया था जिसके कारण यह मामला दर्ज हुआ था विगत 1 वर्ष से डॉक्टर खंडूजा धोखाधड़ी के बाद फरार था।