भिलाई नगर 11 सितंबर । सेवानिवृत कर्मियों के अर्जित अवकाश की गणना को लेकर सीटू ने मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन विभाग को पत्र देकर कहा कि मानव संसाधन विभाग के अधिकारी अर्जित अवकाश की जिस फार्मूले से गणना कर रहे हैं वह गलत है। इसीलिए इसकी जांच कर जुलाई एवं अगस्त महीने में सेवानिवृत हुए सभी कर्मियों के अर्जित अवकाश की पुर्नगणना की जानी चाहिए।

आपको बता दें कि बायोमेट्रिक अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टमके लागू होने के बाद 15 जुलाई को ओलेम्स (OLAMS) प्रणाली को बंद कर दिया गया। उसके बाद टाइम ऑफिस को बंद कर दिया गया। टाइम ऑफिस के कार्य का दायित्व मानव संसाधन विभाग को सौपा गया है। मानव संसाधन विभाग के लिए छुट्टियों की गणना और उनका संयोजन अतिरिक्त कार्य है। जिसमें लगातार त्रुटियां हो रही है।
इस वर्ष जुलाई माह से सेवानिवृत्त हुए कर्मियों के अर्जित अवकाश की गणना में गड़बड़ियां को देखते हुए सीटू ने एक कर्मी के अर्जित अवकाश की गणना के संदर्भ में टीएंडडी के कार्मिक अधिकारी से चर्चा कर उक्त कर्मी का विवरण दिया, साथ ही टिकट जनरेट कर टाइम आफिस से सवाल पूछा था। जिसके प्रत्युतर में टाइम ऑफिस ने लिखित में जवाब दिया कि रुल्स द्वारा जारी किए गए नियमों के आधार पर गणना करने से उक्त कर्मी को 22 अर्जितअवकाश मिलेगा। लेकिन कार्मिक अधिकारी ने कहा कि उक्त कर्मी का कोई अर्जित अवकाश नहीं बनेगा और मानव संसाधन विभाग ने उक्त कर्मी को कोई अर्जित अवकाश नहीं दिया है। इससे उक्त कर्मी को वित्तीय हानि हुई है। इस तरह कई कर्मियों के अर्जित अवकाश की गणना में गडबड़ी हो सकती है। इस पूरे मामले की जांच करने हेतु उक्त कर्मी का विवरण दिया गया।
सीटू का मानना है कि सेवानिवृत्त हो रहे कर्मियों के अर्जित अवकाश की गणना करने में मानव संसाधन विभाग से गलती हो रही है। प्रबंधन द्वारा जांच पश्चात, यदि सीटू के अनुमान के अनुसार, मानव संसाधन विभाग द्वारा की गयी गणना को गलत पाया जाता है तो जुलाई एवं अगस्त माह में सेवानिवृत्त हुए सभी कर्मियों के अर्जित अवकाश की गणना फिर से करने की मांग को लेकर उचित कार्यवाही हेतु यह पत्र दिया गया है।