सीजी न्यूज ऑनलाइन खेल डेस्क 6 अगस्त । भारत की श्रीलंका के साथ चल रहे सीरीज में हारने की संभावना ज्यादा है। क्योंकि पहला मैच टाई छूटने के बाद दूसरे मैच में उसे 32 रन से हार का सामना करना पड़ा था और अब उसकी निगाह सीरीज बराबर करने पर टिकी हैं.
पहले दो मैच में बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। भारतीय क्रिकेट टीम को अगर श्रीलंका से 27 साल बाद सीरीज गंवाने से बचना है तो उसको बुधवार को होने वाले तीसरे और अंतिम वनडे क्रिकेट मैच में स्पिनरों पर हावी होकर खेलना होगा. गौतम गंभीर के मुख्य कोच के रूप में यह पहली वनडे सीरीज है और वह निश्चित तौर पर हार के साथ शुरुआत नहीं करना चाहेंगे. परंतु मौजूदा स्थिति में हालात ठीक विपरीत है।
भारत को श्रीलंका के खिलाफ अंतिम बार वनडे सीरीज में हार का सामना 1997 में करना पड़ा था. अर्जुन रणतुंगा के कप्तानशिप में सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को तीनों मैच में हराया था. भारत और श्रीलंका के बीच तब से 11 वनडे सीरीज हो चुकी है और इन सभी में भारतीय टीम विजयी रही है.
भारत मौजूदा सीरीज को नहीं जीत पाएगा क्योंकि पहला मैच टाई छूटने के बाद दूसरे मैच में उसे 32 रन से हार का सामना करना पड़ा था। इन दोनों ही मैच के परिणाम के बाद भारत सीरीज में 1- 0 से पीछे है। अब यदि अंतिम मैच में जितना है तो सीरीज बराबर कर पाएगा।
रोहित को छोड़ बाकी बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक
भारत बल्लेबाजों के घटिया प्रदर्शन के कारण इस स्थिति में पहुंचा है. आर प्रेमदासा स्टेडियम की पिच से स्पिनरों को काफी मदद मिल रही है और कप्तान रोहित शर्मा को छोड़कर भारत का कोई भी अन्य बल्लेबाज श्रीलंका के स्पिनरों के सामने एक तरह से घुटने टेक दिए हैं। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अभी तक दो मैच में 38 रन ही बना पाए हैं। उन्होंने आसानी से अपना विकेट गंवाया है जो टीम के लिए परेशानी का सबब बन गया है। कोहली अंतिम मुकाबला में उसकी भरपाई करने की पूरी कोशिश करेंगे.
देखा जाए तो कोहली को रोहित से मिली आक्रामक शुरुआत को ही आगे बढ़ाने की जरूरत है लेकिन अभी तक वह इसमें असफल रहे हैं। उन्हें संघर्षरत मध्यक्रम के बल्लेबाजों के साथ मिलकर पारी को संवारना होगा। इसके लिए उन्हें और अन्य बल्लेबाजों को रोहित शर्मा से सीख लेते हुए स्पिनरों पर हावी होकर खेलना होगा.
श्रीलंकाई फिरकी के झांसे में फंसे भारतीय बल्लेबाज
श्रीलंका के स्पिनर रोहित शर्मा को छोड़कर भारत के अन्य बल्लेबाजों के लिए भी अबूझ पहेली बने हुए हैं। स्पिनरों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने वाले शिवम दुबे पिछले मैच में जैफ्री वांडरसे की आसान लेग स्पिन को भी नहीं समझ पाए। श्रेयस अय्यर और केएल राहुल भी अभी तक श्रीलंका के स्पिनरों को खेलने में असफल रहे हैं.
रोहित ने पिछले मैच में 44 गेंद पर 64 रन की धमाकेदार पारी खेली थी. भारत के अन्य बल्लेबाजों को भी अपने कप्तान से सीख लेने की जरूरत है.
रियान पराग की प्लेइंग-11 में हो सकती एंट्री
भारत टीम प्रबंधन इस अंतिम मुकाबला में दुबे की जगह रियान पराग को मौका दे सकता है जो स्पिनरों को अच्छी तरह से खेलते हैं। उनकी ऑल राउंड प्रदर्शन में स्पिन गेंदबाजी टीम के लिए अतिरिक्त बोनस होगी, क्योंकि भारतीय गेंदबाज भी अभी तक श्रीलंका के स्पिनरों की तरह प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं.
भारतीय संभावित प्लेइंग 11- रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत/केएल राहुल (विकेटकीपर), शिवम दुबे, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह