डीयू द्वारा नई भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम विषय पर खुली निबंध प्रतियोगिता का आयोजन, 30 जून तक प्रविष्टियां आमंत्रित

डीयू द्वारा नई भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम विषय पर खुली निबंध प्रतियोगिता का आयोजन, 30 जून तक प्रविष्टियां आमंत्रित


दुर्ग 27 जून । भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय एवं छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक शिक्षण संस्थान में भारतीय दंड संहिता में किए गए व्यापक बदलावों से संबंधित गतिविधियां आयोजित की जानी है। इसी संदर्भ में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा नई भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम पर केंद्रित एक खुली निबंध स्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप एवं सहायक कुलसचिव, दिग्विजय कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि इस स्पर्धा में कोई भी व्यक्ति हिस्सा ले सकता है। प्रतिभागी को उक्त तीनों विषयों में से किसी एक विषय पर 800 शब्दों में निबंध लिखना होगा। निबंध लेखन हेतु हिन्दी या अंग्रेजी किसी भी भाषा का उपयोग किया जा सकता है। सर्वश्रेष्ठ तीन निबंधों को विश्वविद्यालय द्वारा 02 जुलाई को आयोजित समारोह में पुरस्कृत किया जायेगा। सभी निबंधों को प्रतिभागी ऑनलाईन रूप से विश्वविद्यालय के ईमेल आईडी dsw@durguniversity.ac.in पर 30 जून तक भेज सकते हैं। अंतिम तिथि के पश्चात् किसी भी प्रविष्टि पर विचार नहीं किया जायेगा। किसी भी प्रकार के विवाद की स्थिति में विश्वविद्यालय की कुलपति का निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा। अपने निबंध के साथ प्रतिभागी को अपना नाम, एवं मोबाईल नंबर तथा उम्र लिखना अनिवार्य है।

विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने कहा है कि लेखन में रूचि रखने वाले प्रतिभागियों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है जिससे वे अपने भीतर छुपी प्रतिभा को सबके सामने ला सकते हैं। इस प्रकार की स्पर्धाएं प्रतियोगी परीक्षा के दृष्टिकोण से भी उपयोगी होती है। इसलिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं को अनिवार्य रूप से इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए।