सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क 24 जून। दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे प्रदेश में छा गया है 26 जून से कई स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के मौसम वैज्ञानिक हरिप्रसाद चंद्रा ने बताया कि एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका दक्षिण राजस्थान से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर 1.5 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक द्रोणिका दक्षिण छत्तीसगढ़ से तटीय महाराष्ट्र तक 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
प्रदेश में सोमवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में वृद्धि संभावित है । जबकि
प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में 26 जून से वृद्धि होने की संभावना है 27 और 28 जून को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है ।
प्रदेश में इस अवधि में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है । भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ रहने की सम्भावना रहेगी ।
सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क 24 जून। दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे प्रदेश में छा गया है 26 जून से कई स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र रायपुर के मौसम वैज्ञानिक हरिप्रसाद चंद्रा ने बताया कि एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका दक्षिण राजस्थान से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर 1.5 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक द्रोणिका दक्षिण छत्तीसगढ़ से तटीय महाराष्ट्र तक 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
प्रदेश में सोमवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में वृद्धि संभावित है । जबकि प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में 26 जून से वृद्धि होने की संभावना है 27 और 28 जून को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है ।
प्रदेश में इस अवधि में एक दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है । भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः दक्षिण छत्तीसगढ रहने की सम्भावना रहेगी ।