आकस्मिक निरीक्षण- ओपीडी में 12 बजे तक नहीं पहुंचे डॉक्टर और स्टाफ, 12 लोगों के नाम सीएमएचओ ने जारी किया नोटिस


आकस्मिक निरीक्षण- ओपीडी में 12 बजे तक नहीं पहुंचे डॉक्टर और स्टाफ, 12 लोगों के नाम सीएमएचओ ने जारी किया नोटिस 

बिलासपुर, 28 अप्रैल। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन मस्तूरी अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो यहाँ हालात हैरान करने वाले मिले। सुबह 9 बजे की ओपीडी में 12 बजे तक डाॅक्टर नदारद थे। सीएमएचओ साहब खुद ही मरीजों का उपचार करने बैठ गए। उन्होंने 2 डॉक्टर सहित 12 स्टाफ को नोटिस देकर एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है।

गौरतलब हो कि सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन अपने साथ अन्य अधिकारियों को लेकर सुबह निरीक्षण पर निकल गए। डॉ. महाजन और उनकी टीम सुबह साढ़े 11 बजे स्वास्थ्य केंद्र पहुंची वहां तब तक डॉक्टर्स और स्टाफ कोई नहीं था। पूछताछ करने पर पता चला कि ओपीडी सुबह 9 बजे खुल जाती है लेकिन डॉक्टर और स्टाफ नहीं पहुंचते। इसके चलते मरीज उनके इंतजार में बैठे रहते हैं। निरीक्षण समय भी दर्जन भर से अधिक मरीज उनके आने का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान डॉ. महाजन ने खुद मरीजों से पूछताछ कर उनका इलाज शुरू कर दिया। उन्होंने मरीजों की जांच कर आवश्यक दिशा-निर्देश के साथ ही दवाइयां भी दी। उनके निरीक्षण पर आने की खबर मिलते ही डॉक्टर्स और स्टाफ तत्काल पहुंच गए। लेकिन तब तक 12 बज गए थे। पूछताछ करने पर सभी अलग-अलग बहाना बनाते रहे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन ने विलंब से ड्यूटी पर पहुंचने वाले डॉ. अनिल कुमार, डॉ. पारूल जोगी, तापस विश्वास, ठाकुर प्रसाद मैत्री, कृष्ण कुमार भोई, राजेश साहू, रामायण प्रसाद साहू, एनएस भारद्वाज, संतोष प्रसाद, विनोदधर शर्मा, आईपी तिवारी, राकेश कुमार यादव को नोटिस थमाया और एक दिन की वेतन कटौती करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर्स और स्टाफ की मनमर्जी ड्यूटी करने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। यही वजह है कि उन्होंने मस्तूरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। जहां कई डॉक्टर व स्टाफ समय पर नहीं पहुंचे थे, उन्हें नोटिस देकर उनसे जवाब मांगा गया है। डॉक्टर्स और स्टाफ समय का ख्याल रखें और मरीजों का बेहतर इलाज करें, उनका यह निरीक्षण लगातार चलेगा।