दूरस्थ शिक्षा संचालन केंद्र स्थापित होगा साइंस कॉलेज दुर्ग में, उच्च शिक्षा आयुक्त ने बायो रिसोर्स सेन्टर किया उद्घाटित
दुर्ग 2 जुलाई । शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग का आयुक्त, उच्च शिक्षा विभाग श्रीमती शारदा वर्मा द्वारा का निरीक्षण किया गया। उन्होंने महाविद्यालय द्वारा नवनिर्मित बायो रिसोर्स सेन्टर का उद्घाटन किया। इस निरीक्षण कार्यक्रम में आयुक्त के अतिरिक्त डाॅ. जी.ए. घनश्याम विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, राज्य स्तरीय गुणवत्ता प्रकोष्ठ भी उपस्थित रहें। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने आयुक्त के आगमन को महाविद्यालय के महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह भ्रमण महाविद्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने एनआईआरएफ में महाविद्यालय द्वारा प्रतिभागिता में आने वाली अड़चनों के बारे में आयुक्त को जानकारी दी। साथ ही उनसे निवेदन किया कि वे इस परेशानी को दूर करने में सहायता करें, जिससे छ.ग. से किसी महाविद्यालय की प्रतिभागिता एनआईआरएफ में सुनिश्चित की जा सके।
डाॅ. जी.ए. घनश्याम विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, राज्य स्तरीय गुणवत्ता प्रकोष्ठ ने अपने उद्बोधन में संपूर्ण महाविद्यालय विशेष रूप से महाविद्यालय के आईक्यूएसी प्रकोष्ठ की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि महाविद्यालय के प्रत्येक कार्य में यहां के प्राध्यापकों की मेहनत, लगन, रचनात्मकता एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से झलकता है। यही कारण है कि महाविद्यालय प्रदेश का एकमात्र ए प्लस ग्रेड का महाविद्यालय है। उन्होंने यहां की सतत् उन्नति को देखते हुए कहा कि आने वाले समय में महाविद्यालय निःसंदेह उत्तरोत्तर वृध्दि करेगा तथा सफलता के नये आयामों को छूयेगा।
आयुक्त ने अपने संबोधन में महाविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय राज्य का एकमात्र महाविद्यालय है, जहां हर कार्य में यहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की प्रतिबध्दता झलकती है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आने वाले समय में एनआईआरएफ की आवश्यकता को देखते हुए महाविद्यालय के सेटअप में परिवर्तन किया जा सकता है। उन्होंने वर्तमान सत्र से नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत दूरस्थ शिक्षा के संचालन के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश का एकमात्र ए प्लस ग्रेड का महाविद्यालय होने के कारण इस महाविद्यालय का चयन दूरस्थ शिक्षा के लिए किया गया है। नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत राज्य में शिक्षा का स्तर बढ़ाने तथा शिक्षा के राष्ट्रीय स्तर की बराबरी करने में दूरस्थ शिक्षा की अहम भूमिका होगी।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. अनिल कुमार द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।