सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 16 फरवरी। छत्तीसगढ़ का पहला एथेनॉल प्लांट तैयार हो गया है। कबीरधाम में यह नवनिर्मित संयंत्र में अगले माह से काम करने लगेगा। इससे कबीरधाम जिले के किसानों की जहां आय बढ़ेगी वहीं छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार का शानदार चांस भी मिलेगा।
पूरी संभावना है कि प्लांट में मार्च अप्रैल से एथेनॉल बनना शुरू हो जाएगा। वर्तमान में भोरमदेव शक्कर कारखाने का मोलासिस एथेनॉल प्लांट के टैंक में स्टोर करना शुरू कर दिया गया है। इस प्लांट की क्षमता रोजाना 80 किलोलीटर एथेनॉल उत्पादन की है लिहाजा पूरे सीजन में कारखाने से 17 हजार टन मोलासिस मिलेगा, जिससे 51 लाख लीटर एथेनॉल बनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि 1 टन मोलासिस से 300 लीटर तक एथेनॉल बनाया जा सकता है। सीजन में भोरमदेव कारखाने में गन्ना पेराई के बाद करीब 17 हजार टन मोलासिस उत्पादन होता है जबकि प्लांट की आवश्यकता इससे ज्यादा की है। कारखाने में जितना मोलासिस उत्पादन होगा, उससे प्लांट का काम सिर्फ 3 महीने तक ही चल सकता है। ऐसे में प्लांट को चलाने के लिए शेष रॉ मटेरियल की आपूर्ति बिशेसरा स्थित नए शक्कर कारखाने से भी की जाएगी। यह एथेनॉल प्लांट कबीरधाम सहित समीपस्थ जिलों के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर भी माना जा रहा है।